Skip to main content

यूपी बोर्ड : कॉलम के बाहर नहीं लिखें नाम, सही जवाब के गोले को पूरा भरें, जानें OMR सीट भरने का सही तरीका

यूपी बोर्ड : कॉलम के बाहर नहीं लिखें नाम, सही जवाब के गोले को पूरा भरें, जानें OMR सीट भरने का सही तरीका

-ओएमआर शीट पर जवाब भरने में गलतियां कर रहे छात्र
-कक्षा नौ के छात्र ओएमआर शीट पर दे रहे अर्द्धवार्षिक परीक्षा




अभी तक ओएमआर शीट पर प्रतियोगी छात्र परीक्षा देते आए हैं। अब सीबीएसई की हाईस्कूल और इंटर की टर्म वन बोर्ड परीक्षाओं के साथ ही यूपी बोर्ड के कक्षा नौ के छात्र ओएमआर शीट पर परीक्षा दे रहे हैं। यूपी बोर्ड के राजकीय, एडेड और प्राइवेट स्कूलों में कक्षा नौ की अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। ये छात्र सभी विषयों की परीक्षाएं ओएमआर शीट पर दे रहे हैं। लेकिन परीक्षा के बाद जब छात्रों की कॉपियां देखी गईं तो अधिकांश छात्र ओएमआर शीट पर जवाब भरने में गलती कर रहे हैं।

सबसे ज्यादा गलती सही जवाब के विकल्प का गोला भरने में आ रही हैं। वहीं कुछ स्कूलों के छात्र जवाब में गोला भरने की जगह सही का टिक लगा दे रहे हैं। ये गलतियां छात्रों को मिलने वाले अंकों पर असर डालेंगी। वहीं यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटर की बोर्ड परीक्षाओं में भी 20 अंक के वस्तुनिष्ठ प्रश्न के जवाब भी ओएमआर शीट पर ही देने होंगे। इसलिए ओएमआर पर जवाब भरने का अभ्यास बार-बार छात्र-छात्राओं को करना होगा।


नाम और रोल नम्बर लिखने में गलती

राजकीय जुबली इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य धीरेन्द्र मिश्र ने बताया कि यूपी बोर्ड कक्षा नौ के छात्र पहली बार ओएमआर शीट पर परीक्षा दे रहे हैं। इसलिए गलतियां हो रही हैं। एक बार की परीक्षा के बाद सुधार होगा। अभी छात्र मुख्य रूप से गोला भरने, नाम और रोल नम्बर कॉलम के बाहर लिखने जैसी गलतियां कर रहे हैं। छात्रों को ओएमआर पर अभ्यास ज्यादा से ज्यादा कराया जाएगा। इसके साथ ही जब छात्र को ओएमआर शीट मिले तो सबसे ऊपर दिए गए उदाहरण देखें कि कैसे नाम, रोल नम्बर, और जवाब भरे गए हैं। उसी आधार पर छात्र अपनी ओएमआर शीट भरें। सबसे जरूरी है कि जवाब के सही विकल्प को गोला नीले या काले पेन से पूरा भरें उसे आधा या सिर्फ टिक न करें। ऐसा करने में नम्बर कट जाएंगे।

इन बातों का ध्यान रखें

-ओएमआर शीट के ऊपर दिए गए उदाहरण को ध्यानपूर्वक देखें

-नाम भरने के लिए बने बॉक्स में ही अक्षर लिखें

-रोल नम्बर के अंक दिए गए कॉलम से बाहर नहीं लिखें

-सही जवाब के विकल्प को काले या नीले पेन से पूरा भरना है

-गोले में सही जवाब के विकल्प का टिक किसी भी दशा में नहीं लगाना है

-सही जवाब के गोले को अधूरा या रिक्त नहीं छोड़े

-सोशल साइट के माध्यम से भी देखें कि ओएमआर शीट कैसे भरते हैं


source http://www.primarykamaster.in/2021/11/omr.html

Comments

Popular posts from this blog

प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना काल में माह अप्रैल से 16 मई 2021 तक मृत 1621 शिक्षक-कर्मचारी की सूची की जारी

प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना काल में माह अप्रैल से 16 मई 2021 तक मृत 1621 शिक्षक-कर्मचारी की सूची की जारी   source http://www.primarykamaster.in/2021/05/16-2021-1621.html

अयोध्या : परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा स्थगित, शासनादेश के विरुद्ध बताते हुए शिक्षक संघ द्वारा परीक्षा के औचित्य पर उठाया गया था सवाल

अयोध्या : परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा स्थगित, शासनादेश के विरुद्ध बताते हुए शिक्षक संघ द्वारा परीक्षा के औचित्य पर उठाया गया था सवाल ● जिलाधिकारी के निर्णय के बाद परीक्षा स्थगित ● परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा के औचित्य पर उठाया सवाल ● प्राथमिक शिक्षक संघ ने जिलाधिकारी से की मुलाकात ● शासनादेश का अनुपालन कराए जाने की डीएम से मांग उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष व प्रांतीय ऑडिटर नीलमणि त्रिपाठी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला अधिकारी से मिलकर 30 दिसंबर को आयोजित की जाने वाली परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा के औचित्य पर सवाल उठाया है। फिलहाल जिलाधिकारी ने प्रकरण को गंभीरता से लेकर सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन दिया है। संघ ने इस सम्बंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी ज्ञापन सौंपा है। जिलाध्यक्ष श्री त्रिपाठी ने बताया कि आधारशिला ध्यानाकर्षण एवं शिक्षण संग्रह मॉड्यूल पर क्विज प्रतियोगिता आयोजित किए जाने का मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिया है। प्रतियोगिता ऐच्छिक होती है बाध्यकारी नहीं। बावजूद इसके जनपद में परिषदीय शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अन...

जीआईसी प्रवक्ता : 10 माह बाद भी नहीं हुई नियुक्ति, देरी का खामियाजा भुगतेंगे अभ्य्धी, वरिष्ठता का नहीं मिलेगा लाभ

प्रयागराज। राजकीय इंटर कॉलेज में प्रवक्ता के लिए 2014-15 में घोषित पदों पर पांच वर्ष बाद इस साल फरवरी-मार्च में रिजल्ट तो जारी हो गया लेकिन चयन के बाद भी अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं मिल सकी है। उप मुख्यमंत्री के निर्देश पर नियुक्ति के लिए प्रक्रिया तो शुरू हुई परंतु बीच वह भी अधर में फंस गई है। जबकि 22 दिसंबर को ही नियुक्ति पत्र मिल जाना चाहिए था । इस साल के खत्म होने में सिर्फ पांच दिन ही शेष बचे हैं। बाकी बचे चार दिनों में भी अगर नियुक्ति नहीं होती है तो पांच वर्ष से भर्ती का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों को एक वर्ष की वरिष्ठता का नुकसान उठाना होगा। राजकीय इंटर कॉलेजों में प्रवक्ता पदों पर चयनित 298 अभ्यर्थियों ने आठ से 15 दिसंबर के बीच नियुक्ति के लिए खुले पोर्टल पर ऑनलाइन कॉलेज लॉक किया। अभ्यर्थियों का कहना है कि माध्यमिक सचिव की ओर से 22 दिसंबर को नियुक्ति पत्र देने की बात कही गई थी। source http://www.primarykamaster.in/2020/12/10_27.html