Skip to main content

पहले मूल्यांकन या प्रायोगिक परीक्षा के लिए शासन पर नजर, परीक्षा संपन्न कराने के बाद यूपी बोर्ड ने पूरी की दोनों की तैयारी

पहले मूल्यांकन या प्रायोगिक परीक्षा के लिए शासन पर नजर, परीक्षा संपन्न कराने के बाद यूपी बोर्ड ने पूरी की दोनों की तैयारी 


◆ परीक्षा संपन्न कराने के बाद यूपी बोर्ड ने पूरी की दोनों की तैयारी 
◆ परीक्षकों के विवरण विषयवार वेबसाइट पर किए गए अपडेट



प्रयागराज : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने वर्ष 2022 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा संपन्न कराने के बाद प्रायोगिक परीक्षा और उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन की तैयारी पूरी कर ली है। पहले प्रायोगिक परीक्षा कराने या मूल्यांकन शुरू कराने के मामले में शासन के निर्णय के आधार पर प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी।

आमतौर पर यूपी बोर्ड की लिखित परीक्षा के पहले प्रायोगिक परीक्षा संपन्न कराई जाती है, लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव आचार संहिता के कारण प्रायोगिक परीक्षा पिछड़ गई। आचार संहिता खत्म होने के बाद शासन के निर्देश पर सभापति माध्यमिक शिक्षा परिषद विनय कुमार पाण्डेय ने बोर्ड की लिखित परीक्षा की तिथियों की घोषणा कर दी थी।

उन्होंने कहा था कि इस बार प्रायोगिक को लिखित परीक्षा के बाद कराया जाएगा। अब 13 अप्रैल को परीक्षाएं संपन्न हो गई।

ऐसे में परीक्षा संपन्न होने के पहले ही यूपी बोर्ड ने प्रायोगिक परीक्षा और मूल्यांकन कार्य कराने को लेकर तैयारियां शुरू कर दी थीं, जो कि पूरी हो गई हैं। प्रायोगिक परीक्षा को संपन्न कराने में लगभग दस दिन का समय लग सकता है। इसी तरह यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन शुरू कराने को लेकर परीक्षकों का डाटा वेबसाइट पर पहले ही फीड करा दिया।

कुछ परीक्षकों के डाटा अपडेट नहीं होने के कारण यूपी बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ल के निर्देश पर परिषद की वेबसाइट को 13 और 14 अप्रैल के लिए खोला। प्रधानाचार्यों को निर्देश देकर इस अवधि में शिक्षकों विवरण का कराया गया। इसमें खासतौर पर शिक्षक की नियुक्ति किस विषय के लिए की गई है, पदनाम, शैक्षिक योग्यता, स्नातक व परास्नातक विषय को अपडेट किया गया, ताकि मूल्यांकन के कार्य में विषय की विशेषज्ञता को देखते हुए ड्यूटी लगाई जा सके। आगे की प्रक्रिया शीघ्र ही शुरू की जाएगी।

बोर्ड परीक्षा में कार्रवाई की जेडी से मांगी रिपोर्ट

प्रयागराज : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा संपन्न कराने के बाद परीक्षा के दौरान की गई। कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है। सचिव ने प्रदेश के सभी मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशकों (जेडी) से शुक्रवार तक परिषद की ईमेल आइडी पर पूरा विवरण भेजने को कहा है। इसमें कुल दर्ज कराए मुकदमे, कक्ष निरीक्षकों पर की गई कार्रवाई, कुल पकड़े गए नकलची, कक्ष निरीक्षकों की संदिग्ध भूमिका आदि की जानकारी देनी है।


source http://www.primarykamaster.in/2022/04/blog-post_18.html

Comments

Popular posts from this blog

प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना काल में माह अप्रैल से 16 मई 2021 तक मृत 1621 शिक्षक-कर्मचारी की सूची की जारी

प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना काल में माह अप्रैल से 16 मई 2021 तक मृत 1621 शिक्षक-कर्मचारी की सूची की जारी   source http://www.primarykamaster.in/2021/05/16-2021-1621.html

अयोध्या : परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा स्थगित, शासनादेश के विरुद्ध बताते हुए शिक्षक संघ द्वारा परीक्षा के औचित्य पर उठाया गया था सवाल

अयोध्या : परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा स्थगित, शासनादेश के विरुद्ध बताते हुए शिक्षक संघ द्वारा परीक्षा के औचित्य पर उठाया गया था सवाल ● जिलाधिकारी के निर्णय के बाद परीक्षा स्थगित ● परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा के औचित्य पर उठाया सवाल ● प्राथमिक शिक्षक संघ ने जिलाधिकारी से की मुलाकात ● शासनादेश का अनुपालन कराए जाने की डीएम से मांग उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष व प्रांतीय ऑडिटर नीलमणि त्रिपाठी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला अधिकारी से मिलकर 30 दिसंबर को आयोजित की जाने वाली परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा के औचित्य पर सवाल उठाया है। फिलहाल जिलाधिकारी ने प्रकरण को गंभीरता से लेकर सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन दिया है। संघ ने इस सम्बंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी ज्ञापन सौंपा है। जिलाध्यक्ष श्री त्रिपाठी ने बताया कि आधारशिला ध्यानाकर्षण एवं शिक्षण संग्रह मॉड्यूल पर क्विज प्रतियोगिता आयोजित किए जाने का मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिया है। प्रतियोगिता ऐच्छिक होती है बाध्यकारी नहीं। बावजूद इसके जनपद में परिषदीय शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अन...

जीआईसी प्रवक्ता : 10 माह बाद भी नहीं हुई नियुक्ति, देरी का खामियाजा भुगतेंगे अभ्य्धी, वरिष्ठता का नहीं मिलेगा लाभ

प्रयागराज। राजकीय इंटर कॉलेज में प्रवक्ता के लिए 2014-15 में घोषित पदों पर पांच वर्ष बाद इस साल फरवरी-मार्च में रिजल्ट तो जारी हो गया लेकिन चयन के बाद भी अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं मिल सकी है। उप मुख्यमंत्री के निर्देश पर नियुक्ति के लिए प्रक्रिया तो शुरू हुई परंतु बीच वह भी अधर में फंस गई है। जबकि 22 दिसंबर को ही नियुक्ति पत्र मिल जाना चाहिए था । इस साल के खत्म होने में सिर्फ पांच दिन ही शेष बचे हैं। बाकी बचे चार दिनों में भी अगर नियुक्ति नहीं होती है तो पांच वर्ष से भर्ती का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों को एक वर्ष की वरिष्ठता का नुकसान उठाना होगा। राजकीय इंटर कॉलेजों में प्रवक्ता पदों पर चयनित 298 अभ्यर्थियों ने आठ से 15 दिसंबर के बीच नियुक्ति के लिए खुले पोर्टल पर ऑनलाइन कॉलेज लॉक किया। अभ्यर्थियों का कहना है कि माध्यमिक सचिव की ओर से 22 दिसंबर को नियुक्ति पत्र देने की बात कही गई थी। source http://www.primarykamaster.in/2020/12/10_27.html