Skip to main content

यूपी बोर्ड : कक्षा नौ-दस के छात्रों को मिलेगा सीखने का लक्ष्य

यूपी बोर्ड : कक्षा नौ-दस के छात्रों को मिलेगा सीखने का लक्ष्य

● विषय विशेषज्ञों ने पहली बार तय किया लर्र्निंग आउटकम

● अंग्रेजी, गणित और विज्ञान में माहवार पाठॺक्रम का किया गया विभाजन

● महानिदेशक ने डायट प्राचार्यों और डीआईओएस को भेजा पत्र



प्रयागराज : यूपी बोर्ड के स्कूलों में अध्ययनरत कक्षा नौ व दस के 50 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को पहली बार सीखने का लक्ष्य मिलेगा। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के विशेषज्ञों ने लर्निंग आउटकम (सीखने के प्रतिफल) का निर्धारण किया है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने अंग्रेजी, गणित व विज्ञान विषयों के लर्निंग आउटकम सभी डायट प्राचार्य और डीआईओएस को छह नवंबर को भेजकर उसके अनुरूप कक्षा शिक्षण एवं मूल्यांकन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की अनुशंसाओं के क्रम में कक्षा नौ से 12 तक के लिए लर्निंग आउटकम तैयार किए जा रहे हैं। इसकी जरूरत इसलिए बताई गई है ताकि स्कूलों में सीखने की गुणवत्ता बढ़ाई जा सके और शिक्षकों को इस योग्य बनाया जा सके कि वे सभी विद्यार्थियों के लिए सीखने के कौशलों को ज्यादा उपयुक्त रूप से सुनिश्चित कर सकें और सुधारात्मक कदम उठा सकें। छात्रों के सीखने की प्रगति की बेहतर जानकारी के लिए नियमित और रचनात्मक आकलन प्रणाली को अपनाते हुए इसमें विश्लेषण, तार्किक क्षमता और सैद्धांतिक स्पष्टता के आकलन के लिए लर्निंग आउटकम अनिवार्य है। विशेषज्ञों ने पूरे पाठ्यक्रम को माहवार विभाजित किया है, ताकि उसके अनुरूप शिक्षण कार्य हो सके।



छात्रों के साथ शिक्षक के लिए भी गाइडलाइन

लर्निंग आउटकम में छात्रों के लिए लक्ष्य निर्धारित करने के साथ ही शिक्षकों के लिए भी गाइडलाइन दी गई है। उदाहरण के तौर पर शिक्षक कक्षा दस अंकगणित पाठ में आधारभूत प्रमेय करके विरोधाभास से किसी अपरिमेय संख्या को सिद्ध करना सिखाएंगे। इसके बाद छात्र विरोधाभास से अपरिमेय संख्याओं को ज्ञात एवं सिद्ध करने में सक्षम होंगे। कक्षा दस विज्ञान में शिक्षक वैज्ञानिकों तथा उनके कार्यों के परिणामों के बारे में प्रिंट एवं गैर प्रिंट सामग्री के माध्यम से अवधारणाओं के विकास को समझाएंगे। इसके बाद विद्यार्थी वैज्ञानिक अविष्कारों और निष्कर्षों के बारे में समझ लेते हैं, जैसे मेंडल की अनुवांशिकता की संकल्पना को समझना, परमाणु मॉडल का विकास आदि।


source http://www.primarykamaster.in/2023/11/blog-post_18.html

Comments

Popular posts from this blog

प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना काल में माह अप्रैल से 16 मई 2021 तक मृत 1621 शिक्षक-कर्मचारी की सूची की जारी

प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना काल में माह अप्रैल से 16 मई 2021 तक मृत 1621 शिक्षक-कर्मचारी की सूची की जारी   source http://www.primarykamaster.in/2021/05/16-2021-1621.html

अयोध्या : परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा स्थगित, शासनादेश के विरुद्ध बताते हुए शिक्षक संघ द्वारा परीक्षा के औचित्य पर उठाया गया था सवाल

अयोध्या : परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा स्थगित, शासनादेश के विरुद्ध बताते हुए शिक्षक संघ द्वारा परीक्षा के औचित्य पर उठाया गया था सवाल ● जिलाधिकारी के निर्णय के बाद परीक्षा स्थगित ● परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा के औचित्य पर उठाया सवाल ● प्राथमिक शिक्षक संघ ने जिलाधिकारी से की मुलाकात ● शासनादेश का अनुपालन कराए जाने की डीएम से मांग उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष व प्रांतीय ऑडिटर नीलमणि त्रिपाठी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला अधिकारी से मिलकर 30 दिसंबर को आयोजित की जाने वाली परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा के औचित्य पर सवाल उठाया है। फिलहाल जिलाधिकारी ने प्रकरण को गंभीरता से लेकर सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन दिया है। संघ ने इस सम्बंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी ज्ञापन सौंपा है। जिलाध्यक्ष श्री त्रिपाठी ने बताया कि आधारशिला ध्यानाकर्षण एवं शिक्षण संग्रह मॉड्यूल पर क्विज प्रतियोगिता आयोजित किए जाने का मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिया है। प्रतियोगिता ऐच्छिक होती है बाध्यकारी नहीं। बावजूद इसके जनपद में परिषदीय शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अन...

जीआईसी प्रवक्ता : 10 माह बाद भी नहीं हुई नियुक्ति, देरी का खामियाजा भुगतेंगे अभ्य्धी, वरिष्ठता का नहीं मिलेगा लाभ

प्रयागराज। राजकीय इंटर कॉलेज में प्रवक्ता के लिए 2014-15 में घोषित पदों पर पांच वर्ष बाद इस साल फरवरी-मार्च में रिजल्ट तो जारी हो गया लेकिन चयन के बाद भी अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं मिल सकी है। उप मुख्यमंत्री के निर्देश पर नियुक्ति के लिए प्रक्रिया तो शुरू हुई परंतु बीच वह भी अधर में फंस गई है। जबकि 22 दिसंबर को ही नियुक्ति पत्र मिल जाना चाहिए था । इस साल के खत्म होने में सिर्फ पांच दिन ही शेष बचे हैं। बाकी बचे चार दिनों में भी अगर नियुक्ति नहीं होती है तो पांच वर्ष से भर्ती का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों को एक वर्ष की वरिष्ठता का नुकसान उठाना होगा। राजकीय इंटर कॉलेजों में प्रवक्ता पदों पर चयनित 298 अभ्यर्थियों ने आठ से 15 दिसंबर के बीच नियुक्ति के लिए खुले पोर्टल पर ऑनलाइन कॉलेज लॉक किया। अभ्यर्थियों का कहना है कि माध्यमिक सचिव की ओर से 22 दिसंबर को नियुक्ति पत्र देने की बात कही गई थी। source http://www.primarykamaster.in/2020/12/10_27.html