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डीएलएड : 1,65,874 सीटें भरीं, 60,476 खाली, संस्था आवंटन की दूसरे चरण की प्रक्रिया हुई पूरी

डीएलएड दो चरणों के बाद भी 67476 सीटें खाली

 
प्रयागराज : डीएलएड प्रशिक्षण 2023 में दो चरणों के कॉलेज आवंटन के बावजूद 67,476 सीटें खाली रह गई हैं। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय की ओर से शुक्रवार को दूसरे चरण का कॉलेज आवंटन जारी किया गया। प्रदेश के 67 जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) की 10600 व 2974 निजी कॉलेजों की 2,22,750 कुल 2,33,350 सीटों के सापेक्ष दो चरणों में डायट की 10101 व निजी कॉलेजों की 155773 कुल 1,65,874 सीटें ही आवंटित हो सकी हैं।


दूसरे चरण की प्रवेश प्रक्रिया 20 नवंबर तक पूरी होगी और प्रशिक्षण 21 नवंबर से शुरू होगा। पहले चरण में डायट की 9435 व निजी कॉलेजों की 89005 कुल 98440 सीटें आवंटित की गईं थी। डायट में 8041, निजी कॉलेजों में 81842 कुल 91883 अभ्यर्थियों ने प्रवेश लिया था। पहले चरण में कॉलेज का विकल्प देने वाले 6557 अभ्यर्थियों ने दाखिला नहीं लिया था।


सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद बदली तस्वीर

प्राथमिक विद्यालयों की शिक्षक भर्ती में बीएड को मान्य करने संबंधी राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) की 28 जून 2018 की अधिसूचना सुप्रीम कोर्ट से निरस्त होने के बाद डीएलएड का क्रेज बढ़ा है। पांच साल बाद 105 निजी कॉलेजों ने डीएलएड की संबद्धता मांगी है। हालांकि इसके बावजूद पांच साल से कोई भर्ती न आने के कारण बड़ी संख्या में सीटें खाली रह जाएंगी।


डीएलएड :  1,65,874 सीटें भरीं, 60,476 खाली, संस्था आवंटन की दूसरे चरण की प्रक्रिया हुई पूरी



राज्य ब्यूरो, प्रयागराज डिप्लोमा इन : एलीमेंट्री एजूकेशन (डीएलएड) - 2023 में प्रवेश लेने के लिए संस्था आवंटन की दूसरे चरण की प्रक्रिया शुक्रवार को पूरी हो गई। इस तरह प्रदेश भर के प्रशिक्षण संस्थानों की कुल 2,26,350 सीटों के सापेक्ष मेरिट क्रम में 1,65,874 सीटें छात्र और छात्राओं को आवंटित की गई हैं। 



आवंटित सीटों के सापेक्ष संस्थान में अभिलेखों की जांच और प्रवेश की प्रक्रिया 18 नवंबर को शाम बजे तक पूर्ण की जानी है। प्रशिक्षण संस्थान दवारा प्रवेश लेने वाले अभ्यर्थियों को आनलाइन रिपोर्ट लाक करने की अंतिम तिथि 20 नवंबर है।


उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी के मुताबिक रिक्त सीटों के सापेक्ष दूसरे चरण की काउंसिलिंग प्रक्रिया 26 अक्टूबर से शुरू हुई थी। चार चक्र में मेरिट के आधार पर अभ्यर्थियों को संस्थान का विकल्प चुनने का अवसर दिया गया। चौथे चक्र में विकल्प चुनने वाले अभ्यर्थियों को भी संस्थान का आवंटन कर दिया गया।


source http://www.primarykamaster.in/2023/11/165874-60476.html

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