Skip to main content

शिक्षक से रुपये मांगे जाने का वीडियो वायरल, कौशाम्बी बीएसए ने शुरू कराई जांच

शिक्षक से रुपये मांगे जाने का वीडियो वायरल, कौशाम्बी बीएसए ने शुरू कराई जांच।

कौशाम्बी : बीआरसी मूरतगंज का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। वीडियो में दो कर्मचारी एक शिक्षक से कमीशन की बात कर रहे हैं। इसके अलावा एक वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें महिला कर्मी शिक्षक से रुपये देने को कह रही है। वीडियो व वीडियो वायरल होने से विभाग में खलबली मच गई है।

बीएसए ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू करा दी है। वायरल वीडियो व ऑडियो के निशाने पर मूरतगंज एसडीआई हैं। आरोप है कि उन्हीं के लिए रुपया वसूला जा रहा है।




मूरतगंज एसडीआई रमेश पटेल अर्से से यहां तैनात हैं। इनके खिलाफ पहले भी कई शिकायत हो चुकी है। एक शिक्षिका ने भी शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन एसडीआई के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। दो दिन पहले सोशल मीडिया में मूरतगंज बीआरसी का एक वीडियो वायरल हुआ। वीडियो एक शिक्षक ने बनाया है। शिक्षक के सामने कुर्सी पर बैठे पुरुष व महिलाकर्मी जांच के नाम पर रुपये देने की बात कर रहे हैं। साथ ही यह भी बता रहे हैं कि रुपया इसलिए लिया जा रहा है कि जांच नहीं होगी। शिक्षक सवाल करता है कि यदि वह उनको रुपये दे देगा तो जिले की टीम आएगी तब क्या होगा? इसे लेकर रुपया वसूलने वाले उसको समझाने का प्रयास कर रहे हैं कि सब मैनेज हो जाएगा।



यह भी बताया जा रहा है कि रुपया कम पड़ने पर अभी उसने साहब को अपनी जेब से दिया है।अब वह उसकी भरपाई कर रहा है। इसके बाद शिक्षक ने पर्स दिखाते हुए कहता है कि इतना ही है। पांच सौ रुपया उसको दे दिया जाए। वीडियो से साफ है कि वसूली को ही लेकर शिक्षक को बुलाया गया था। वसूली कितने लोगों से हुई है, इसका रजिस्टर भी कर्मचारी दिखाता है। यह रजिस्टर भी वीडियो में है। इसके तुरंत बाद एक वीडियो वायरल हो जाता है, जिसमें महिला कर्मचारी रुपये की मांग करती है। इससे बेसिक शिक्षा विभाग में खलबली मची है। बीएसए ने माले की जांच शुरू करा दी है।

वायरल वीडियो काफी पुराना है। वीडियो में फिलहाल एसडीआई की भूमिका स्पष्ट नहीं है। वीडियो में भी जो लोग हैं, उनकी तस्दीक कराई जा रही है। जांच कराई जा रही है। जांच के बाद इस मामले में कार्रवाई कराई जाएगी। SO

राजकुमार पंडित, बीएसएफ


 व्हाट्सप के जरिये जुड़ने के लिए क्लिक करें।



source http://www.primarykamaster.in/2020/07/blog-post_802.html

Comments

Popular posts from this blog

प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना काल में माह अप्रैल से 16 मई 2021 तक मृत 1621 शिक्षक-कर्मचारी की सूची की जारी

प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना काल में माह अप्रैल से 16 मई 2021 तक मृत 1621 शिक्षक-कर्मचारी की सूची की जारी   source http://www.primarykamaster.in/2021/05/16-2021-1621.html

अयोध्या : परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा स्थगित, शासनादेश के विरुद्ध बताते हुए शिक्षक संघ द्वारा परीक्षा के औचित्य पर उठाया गया था सवाल

अयोध्या : परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा स्थगित, शासनादेश के विरुद्ध बताते हुए शिक्षक संघ द्वारा परीक्षा के औचित्य पर उठाया गया था सवाल ● जिलाधिकारी के निर्णय के बाद परीक्षा स्थगित ● परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा के औचित्य पर उठाया सवाल ● प्राथमिक शिक्षक संघ ने जिलाधिकारी से की मुलाकात ● शासनादेश का अनुपालन कराए जाने की डीएम से मांग उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष व प्रांतीय ऑडिटर नीलमणि त्रिपाठी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला अधिकारी से मिलकर 30 दिसंबर को आयोजित की जाने वाली परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा के औचित्य पर सवाल उठाया है। फिलहाल जिलाधिकारी ने प्रकरण को गंभीरता से लेकर सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन दिया है। संघ ने इस सम्बंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी ज्ञापन सौंपा है। जिलाध्यक्ष श्री त्रिपाठी ने बताया कि आधारशिला ध्यानाकर्षण एवं शिक्षण संग्रह मॉड्यूल पर क्विज प्रतियोगिता आयोजित किए जाने का मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिया है। प्रतियोगिता ऐच्छिक होती है बाध्यकारी नहीं। बावजूद इसके जनपद में परिषदीय शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अन...

जीआईसी प्रवक्ता : 10 माह बाद भी नहीं हुई नियुक्ति, देरी का खामियाजा भुगतेंगे अभ्य्धी, वरिष्ठता का नहीं मिलेगा लाभ

प्रयागराज। राजकीय इंटर कॉलेज में प्रवक्ता के लिए 2014-15 में घोषित पदों पर पांच वर्ष बाद इस साल फरवरी-मार्च में रिजल्ट तो जारी हो गया लेकिन चयन के बाद भी अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं मिल सकी है। उप मुख्यमंत्री के निर्देश पर नियुक्ति के लिए प्रक्रिया तो शुरू हुई परंतु बीच वह भी अधर में फंस गई है। जबकि 22 दिसंबर को ही नियुक्ति पत्र मिल जाना चाहिए था । इस साल के खत्म होने में सिर्फ पांच दिन ही शेष बचे हैं। बाकी बचे चार दिनों में भी अगर नियुक्ति नहीं होती है तो पांच वर्ष से भर्ती का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों को एक वर्ष की वरिष्ठता का नुकसान उठाना होगा। राजकीय इंटर कॉलेजों में प्रवक्ता पदों पर चयनित 298 अभ्यर्थियों ने आठ से 15 दिसंबर के बीच नियुक्ति के लिए खुले पोर्टल पर ऑनलाइन कॉलेज लॉक किया। अभ्यर्थियों का कहना है कि माध्यमिक सचिव की ओर से 22 दिसंबर को नियुक्ति पत्र देने की बात कही गई थी। source http://www.primarykamaster.in/2020/12/10_27.html