अयोध्या : परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा स्थगित, शासनादेश के विरुद्ध बताते हुए शिक्षक संघ द्वारा परीक्षा के औचित्य पर उठाया गया था सवाल
अयोध्या : परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा स्थगित, शासनादेश के विरुद्ध बताते हुए शिक्षक संघ द्वारा परीक्षा के औचित्य पर उठाया गया था सवाल
● जिलाधिकारी के निर्णय के बाद परीक्षा स्थगित
● परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा के औचित्य पर उठाया सवाल
● प्राथमिक शिक्षक संघ ने जिलाधिकारी से की मुलाकात
● शासनादेश का अनुपालन कराए जाने की डीएम से मांग
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष व प्रांतीय ऑडिटर नीलमणि त्रिपाठी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला अधिकारी से मिलकर 30 दिसंबर को आयोजित की जाने वाली परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा के औचित्य पर सवाल उठाया है। फिलहाल जिलाधिकारी ने प्रकरण को गंभीरता से लेकर सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन दिया है। संघ ने इस सम्बंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी ज्ञापन सौंपा है।
जिलाध्यक्ष श्री त्रिपाठी ने बताया कि आधारशिला ध्यानाकर्षण एवं शिक्षण संग्रह मॉड्यूल पर क्विज प्रतियोगिता आयोजित किए जाने का मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिया है। प्रतियोगिता ऐच्छिक होती है बाध्यकारी नहीं। बावजूद इसके जनपद में परिषदीय शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों की परीक्षा आयोजित की जा रही है। जो कि शासनादेश के सर्वथा विपरीत है।
उन्होंने बताया कि शासनादेश में यह स्पष्ट है कि जिला प्रशासन, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व खंड शिक्षा अधिकारी अपने स्तर पर किसी तरह की परीक्षा का आयोजन नहीं करा सकते। श्री त्रिपाठी ने कहा कि चयनित होकर आए योग्य शिक्षकों की परीक्षा कराया जाना समाज में शिक्षकों की छवि धूमिल करने वाला निर्णय है। जिसे निरस्त किया जाना चाहिए। जिला मंत्री अजीत सिंह ने कहा कि परिषदीय शिक्षकों का सेंटर प्राइवेट कॉलेजों में भेजकर परीक्षा कराया जाना अपमानजनक व निंदनीय है। प्रतिनिधिमंडल में जिला कोषाध्यक्ष वीरेंद्र भारती मौजूद रहे।
source http://www.primarykamaster.in/2020/12/blog-post_72.html
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