पीलीभीत : मार्च का वेतन अटका
पीलीभीत। आपदा के इस दौर में भी बेसिक शिक्षा विभाग के छह ब्लॉकों के 2500 से अधिक शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मियों को मार्च का वेतन नहीं मिल सका है। इससे उन्हें आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। एक कर्मचारी ने तो सोशल मीडिया के माध्यम से परिवार के बीमार होने का हवाला देकर डीएम से वेतन दिलाने की गुहार लगाई है।
बेसिक शिक्षा विभाग में शासन के निर्देश के बाद भी समय से वेतन नहीं मिल पा रहा है। कोरोनाकाल के दौर में भी सात ब्लॉकों में से छह ब्लॉकों के शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मियों को माह भर बाद भी मार्च का वेतन नहीं मिल सका है।
बताते हैं कि शिक्षकों को अब पेरोल मॉड्यूल के माध्यम से वेतन दिया जाना है। विभाग ने मार्च का भी वेतन पेरोल मॉड्यूल के माध्यम से रणनीति बनाई। विभाग इसमें जुटा हुआ था कि इस बीच 17 अप्रैल को प्रभारी वित्त एवं लेखाधिकारी कोरोना संक्रमित हो गए।
हालत बिगड़ने पर उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। ऐसे में वेतन की प्रक्रिया जहां की तहां ठप हो गई। इस बीच वित्त एवं लेखाधिकारी का चार्ज किसी अन्य लेखाधिकारी को देने के लिए भी फाइल दौड़ाई गई, मगर नतीजा सिफर ही रहा।
कई शिक्षक और उनके परिवार वाले संक्रमित होकर घरों में क्वांरटीन हैं, ऐसे में उन्हें पैसों की भी दरकार है, मगर वेतन न मिलने से समुचित इलाज भी नहीं करवा पा रहे हैं। हालांकि शुक्रवार को जब लेखाधिकारी कार्यालय संपर्क किया गया तो बताया गया कि नगर क्षेत्र पीलीभीत और बीसलपुर, अमरिया के 100 तथा बिलसंडा ब्लॉक के सभी 440 शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का मार्च का वेतन दिया जा चुका है।
प्रभारी लेखाधिकारी भी शुक्रवार को डिस्चार्ज होकर शुक्रवार को घर आ चुके हैं। मतगणना के बाद शेष बचे सभी छह ब्लॉकों के शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को जल्द वेतन देने के प्रयास किए जाएंगे। इधर बरखेड़ा ब्लाक के एक शिक्षणेत्तर कर्मचारी ने सोशल मीडिया के माध्यम से स्वयं व पत्नी की बीमारी का हवाला देते हुए डीएम से वेतन दिलाने की मांग की है।
प्रभारी वित्त एवं लेखाधिकारी का स्वास्थ्य खराब होने के कारण छह ब्लॉकों के शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को वेतन निर्गत नहीं किया जा सका। लेखाधिकारी स्वस्थ हो चुके हैं। सोमवार तक वेतन निर्गत करने के निर्देश दिए गए हैं।
- चंद्रकेश सिंह, बीएसए
source http://www.primarykamaster.in/2021/05/blog-post.html
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