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CBSE : कोरोना संक्रमण के खतरे के चलते अब 15 हजार केंद्रों पर होगी बाकी बची परीक्षाएं

CBSE : कोरोना संक्रमण के खतरे के चलते अब 15 हजार केंद्रों पर होगी बाकी बची परीक्षाएं।



कोरोना संक्रमण के खतरे के चलते अब 15 हजार केंद्रों पर होगी सीबीएसई की बाकी बची परीक्षाएं

गृह मंत्रालय ने इसे लेकर जारी गाइडलाइन में साफ किया गया है कि संक्रमण प्रभावित क्षेत्र (कंटेंनमेंट) में कोई भी परीक्षा केंद्र नहीं होना चाहिए।

नई दिल्ली :  कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते सीबीएसई की दसवीं और बारहवीं की बाकी बची परीक्षाएं अब देश के करीब 15 हजार केंद्रों पर होगी। स्वकेंद्र (सेल्फ सेंटर) यानी छात्र जिस स्कूल में पढ़ते थे वहीं परीक्षाएं कराने की घोषणा के बाद मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सोमवार को 12 हजार और स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाने की मंजूरी दी है। इससे पहले इन परीक्षाओं को लेकर देश भर में सिर्फ तीन हजार स्कूलों को ही केंद्र (सेंटर) बनाया गया था। जहां अब तक परीक्षाएं हुई भी है, लेकिन मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए इसे विस्तार दिया गया है।

मंत्रालय ने सीबीएसई को परीक्षाओं की तैयारियां करने के दिए निर्देश


मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इसके साथ ही सीबीएसई को इन सभी 12 हजार नए केंद्रों पर परीक्षाओं से जुड़ी सभी जरुरी तैयारियां करने के भी निर्देश दिए है। इसके साथ ही परीक्षा के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर तय किए कड़े सुरक्षा मानक का कड़ाई से पालन कराने को भी कहा है। इस बीच शारीरिक दूरी का कड़ाई से पालन भी कराया जाएगा। यही वजह है कि इन सभी केंद्रों को परीक्षाओं के लिए भी ज्यादा से ज्यादा क्लास रूम भी तैयार रखने को कहा है।

देश भर में अब सिर्फ 12वीं की ही परीक्षाएं होगी


फिलहाल मंत्रालय ने सीबीएसई की बाकी बची परीक्षाओं को एक से पंद्रह जुलाई के बीच कराने का फैसला लिया है। हालांकि दसवीं की परीक्षाएं सिर्फ उत्तर-पूर्वी दिल्ली के ही कुछ क्षेत्रों में होगी, जहां यह दंगे के चलते नहीं हो पायी थी। ऐसे में देश भर में अब सिर्फ 12वीं की ही परीक्षाएं होगी।

एक से 15 जुलाई के बीच होनी है परीक्षाएं, स्वकेंद्र पर होगी परीक्षा

कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच एक से पंद्रह जुलाई के बीच होने वाली सीबीएसई की परीक्षाओं को लेकर मंत्रालय ने पहले ही छात्रों को बड़ी राहत दे दी है। इसके तहत उन्हें दूर-दराज के परीक्षा केंद्रों पर जाने के बजाय उन्हीं स्कूलों में उनकी परीक्षाएं कराने का फैसला लिया था, जहां वह पढ़ रहे थे। ऐसे में उन्हें परीक्षा केंद्र तब जाने के लिए ज्यादा परेशानी नहीं होगी।

कंटेंनमेंट में कोई भी परीक्षा केंद्र नहीं होना चाहिए- गृह मंत्रालय

हालांकि गृह मंत्रालय ने इसे लेकर जारी गाइडलाइन में साफ किया गया है, कि संक्रमण प्रभावित क्षेत्र (कंटेंनमेंट) में कोई भी परीक्षा केंद्र नहीं होना चाहिए। सभी राज्यों के मुख्य सचिवों से इसे लेकर पुख्ता बंदोबस्त करने के लिए कहा है।






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source http://www.primarykamaster.in/2020/05/cbse-15.html

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