फतेहपुर : बेसिक शिक्षा विभाग में अश्रितों को नौकरी देने में देरी से सचिव नाराज, प्रकरण में सचिव स्तर से मार्गदर्शन मांगे जाने पर जताई नाराजगी
फतेहपुर : बेसिक शिक्षा विभाग में अश्रितों को नौकरी देने में देरी से सचिव नाराज, प्रकरण में सचिव स्तर से मार्गदर्शन मांगे जाने पर जताई नाराजगी।
फतेहपुर : बेसिक शिक्षा में आश्रित की नौकरी पाने वालों की राह आसान हो रहा है। सचिव बेसिक शिक्षा ने इस गंभीर प्रकरण को संज्ञान में लिया है। प्रकरणों में सचिव स्तर से मार्गदर्शन मांगे जाने पर नाराजगी जताई है। उनहोंने कहा कि तमाम पत्रकारों में मार्गदर्शन की जरूरत ही नहीं है। यह केवल लेटलतीफी किए जाने का कारण है और मामले कोर्ट में पहुंचने पर अनावश्यक किरकिरी होती है।
दसअसल बेसिक शिक्षा विभाग में मत शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के आश्रितों को नौकरी दिए जाने में हीलाहवाली हो रही है। आश्रित की नौकरी पाने के लिए सालों प्रकरण की सुनवाई न किए जाने पर ऐसे लोग कोर्ट चले जाते हैं। सचिव बेसिक शिक्षा विजय शंकर तिवारी ने आदेश दिया कि जिन प्रकरणों में मार्गदर्शन की आवश्यकता नहीं है। वह प्रकरण कतई न भेजे जाएं। संगत नियमों और शासनादेशों के अधीन आदेश अनुपालन में कोई दिक्कत आती है तो परिषद से विशेष अपील अलबत्ता की जा सकती है। बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि जिले में ऐसे पांच प्रकरण हैं जो खंड शिक्षा अधिकारियों को जांच के लिए दिए गए हैं। जिसमें सचिव बेसिक शिक्षा के निर्देश का अनुपालन कराया जाएगा।
फतेहपुर : बेसिक शिक्षा में आश्रित की नौकरी पाने वालों की राह आसान हो रहा है। सचिव बेसिक शिक्षा ने इस गंभीर प्रकरण को संज्ञान में लिया है। प्रकरणों में सचिव स्तर से मार्गदर्शन मांगे जाने पर नाराजगी जताई है। उनहोंने कहा कि तमाम पत्रकारों में मार्गदर्शन की जरूरत ही नहीं है। यह केवल लेटलतीफी किए जाने का कारण है और मामले कोर्ट में पहुंचने पर अनावश्यक किरकिरी होती है।
दसअसल बेसिक शिक्षा विभाग में मत शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के आश्रितों को नौकरी दिए जाने में हीलाहवाली हो रही है। आश्रित की नौकरी पाने के लिए सालों प्रकरण की सुनवाई न किए जाने पर ऐसे लोग कोर्ट चले जाते हैं। सचिव बेसिक शिक्षा विजय शंकर तिवारी ने आदेश दिया कि जिन प्रकरणों में मार्गदर्शन की आवश्यकता नहीं है। वह प्रकरण कतई न भेजे जाएं। संगत नियमों और शासनादेशों के अधीन आदेश अनुपालन में कोई दिक्कत आती है तो परिषद से विशेष अपील अलबत्ता की जा सकती है। बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि जिले में ऐसे पांच प्रकरण हैं जो खंड शिक्षा अधिकारियों को जांच के लिए दिए गए हैं। जिसमें सचिव बेसिक शिक्षा के निर्देश का अनुपालन कराया जाएगा।
source http://www.primarykamaster.in/2020/06/blog-post_403.html
Comments
Post a Comment