Skip to main content

फतेहपुर : खाद्यान्न के लिए अभिभावकों को प्रधानाध्यापक जारी करेंगे प्रिंटेड रंगीन प्राधिकार पत्र

फतेहपुर : खाद्यान्न के लिए अभिभावकों को प्रधानाध्यापक जारी करेंगे प्रिंटेड रंगीन प्राधिकार पत्र।

फतेहपुर : कोरोना वायरस को लेकर लॉक डाउन में बंद चल रहे बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षारत छात्र-छात्राओं को एमडीएम की कनर्वजन कास्ट एवं खाद्यान्न दिया जाना है। इसके लिए विद्यालय स्तर पर सम्बंधित अभिभावकों को एक प्राधिकार पत्र सौंपा जाएगा, जिसके तहत वह कोटेदार के यहां से अनाज एवं बैंक से कनर्वजन कास्ट की धनराशि प्राप्त करसकेंगे। अभिभावकों को रंगीन प्रिंटेड प्राधिकार की कापी शासन द्वारा विभाग को भेजी गई है।





जिसे ब्लाक स्तर पर प्रिंट कराकर विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को उपलब्ध कराया जाना है। शासन के निर्देश पर बेसिक शिक्षा विभाग नई कवायद में जुट गया है। ब्लाक स्तरपररंगीन प्राधिकारप्रिंट कराए जाने की तैयारी में है। लॉक डाउन एवं ग्रीष्मावकाश के कारण 24 मार्च से लेकर 30 जून तक स्कूल बंद होने के कारण राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के तहत बच्चों को एमडीएम नहीं दिया गया है। इसलिए बढ़ी हुई कन्वर्जन कास्ट को लागू करते हुए छात्र-छात्राओं के अभिभावकों के खातों में दी जाएगी। वहीं इतने ही दिन का खाद्यान्न भी अभिभावकों को दिया जाना है। एमडीएम प्रभारी आशीष दीक्षित ने बताया कि शासन द्वारा जारी रंगीन प्रिंटर प्राधिकार ही अभिभावकों को दिए जाएंगे।


76 दिनों की मिलेगी कनवर्जन कास्ट :  अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार के निर्देश के तहत अवकाश के दिनों को छोड़ कर बंदी के कुल 76 दिन होते हैं। जिसमें प्राथमिक विद्यालय के प्रति छात्र-छात्रा 374 रुपए तथा उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रति छात्र 561 रुपए देय होंगे। बीएसए को निर्देश दिया कि सभी खंड शिक्षाधिकारी छात्र-छात्राओं का डाटा एक्सल सीट पर तैयार कर प्रधानाध्यापक को सौंपेंगे। उसके बाद प्रधानाध्यापक सभी बच्चों के अभिभावकों को बैंक खाता के कागजात एकत्र कर बैंक एडवाइस के साथ सम्बंधित बैंक शाखा में प्रस्तुत करेंगे।

खाद्यान्न के लिए प्रधानाध्यापक बाटेंगे प्राधिकार : बंदी के 76 दिनों का खाद्यान्न बच्चों के अभिभावकों को दिया जाना है। प्राथमिक विद्यालय के प्रति छात्र को 100 ग्राम प्रतिदिन और उच्च प्राथमिक के बच्चे को 150 ग्राम प्रतिदिन के हिसाब से 24 मार्च से 30 जून तक का प्राथमिक के प्रति छात्र 7.60 किग्रा तथा उच्च प्राथमिक के प्रति बच्चे को 11.40 किग्रा अनाज देय होगा। निर्देश दिए गए हैं कि प्रधानाध्यापक बच्चों के अभिभावकों को रंगीन प्रिंट प्राधिकार जारी करें। जिसमें छात्र-छात्रा का पूरा ब्यौरा होगा। प्राधिकार को लेकर ही नामित कोटेदार के यहां से अभिभावक अनाज प्राप्त करेंगे।


 व्हाट्सप के जरिये जुड़ने के लिए क्लिक करें।



source http://www.primarykamaster.in/2020/06/blog-post_182.html

Comments

Popular posts from this blog

प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना काल में माह अप्रैल से 16 मई 2021 तक मृत 1621 शिक्षक-कर्मचारी की सूची की जारी

प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना काल में माह अप्रैल से 16 मई 2021 तक मृत 1621 शिक्षक-कर्मचारी की सूची की जारी   source http://www.primarykamaster.in/2021/05/16-2021-1621.html

अयोध्या : परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा स्थगित, शासनादेश के विरुद्ध बताते हुए शिक्षक संघ द्वारा परीक्षा के औचित्य पर उठाया गया था सवाल

अयोध्या : परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा स्थगित, शासनादेश के विरुद्ध बताते हुए शिक्षक संघ द्वारा परीक्षा के औचित्य पर उठाया गया था सवाल ● जिलाधिकारी के निर्णय के बाद परीक्षा स्थगित ● परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा के औचित्य पर उठाया सवाल ● प्राथमिक शिक्षक संघ ने जिलाधिकारी से की मुलाकात ● शासनादेश का अनुपालन कराए जाने की डीएम से मांग उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष व प्रांतीय ऑडिटर नीलमणि त्रिपाठी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला अधिकारी से मिलकर 30 दिसंबर को आयोजित की जाने वाली परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा के औचित्य पर सवाल उठाया है। फिलहाल जिलाधिकारी ने प्रकरण को गंभीरता से लेकर सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन दिया है। संघ ने इस सम्बंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी ज्ञापन सौंपा है। जिलाध्यक्ष श्री त्रिपाठी ने बताया कि आधारशिला ध्यानाकर्षण एवं शिक्षण संग्रह मॉड्यूल पर क्विज प्रतियोगिता आयोजित किए जाने का मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिया है। प्रतियोगिता ऐच्छिक होती है बाध्यकारी नहीं। बावजूद इसके जनपद में परिषदीय शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अन...

जीआईसी प्रवक्ता : 10 माह बाद भी नहीं हुई नियुक्ति, देरी का खामियाजा भुगतेंगे अभ्य्धी, वरिष्ठता का नहीं मिलेगा लाभ

प्रयागराज। राजकीय इंटर कॉलेज में प्रवक्ता के लिए 2014-15 में घोषित पदों पर पांच वर्ष बाद इस साल फरवरी-मार्च में रिजल्ट तो जारी हो गया लेकिन चयन के बाद भी अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं मिल सकी है। उप मुख्यमंत्री के निर्देश पर नियुक्ति के लिए प्रक्रिया तो शुरू हुई परंतु बीच वह भी अधर में फंस गई है। जबकि 22 दिसंबर को ही नियुक्ति पत्र मिल जाना चाहिए था । इस साल के खत्म होने में सिर्फ पांच दिन ही शेष बचे हैं। बाकी बचे चार दिनों में भी अगर नियुक्ति नहीं होती है तो पांच वर्ष से भर्ती का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों को एक वर्ष की वरिष्ठता का नुकसान उठाना होगा। राजकीय इंटर कॉलेजों में प्रवक्ता पदों पर चयनित 298 अभ्यर्थियों ने आठ से 15 दिसंबर के बीच नियुक्ति के लिए खुले पोर्टल पर ऑनलाइन कॉलेज लॉक किया। अभ्यर्थियों का कहना है कि माध्यमिक सचिव की ओर से 22 दिसंबर को नियुक्ति पत्र देने की बात कही गई थी। source http://www.primarykamaster.in/2020/12/10_27.html