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UP Board result : फर्स्ट डिवीजन वालों की संख्या बढ़ी, आधे से अधिक सेकेंड डिवीजन में पास


UP Board result : फर्स्ट डिवीजन वालों की संख्या बढ़ी, आधे से अधिक सेकेंड डिवीजन में पास


यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा प्रथम श्रेणी में पास करने वाले परीक्षार्थियों की संख्या इस बार और भी बढ़ गई है। जबकि द्वितीय और तृतीय श्रेणी में परीक्षा पास करने वालों की संख्या में कमी आई है। ससम्मान परीक्षा पास करने वाले परीक्षार्थियों में इस वर्ष गत वर्ष की तुलना में मामूली कमी आई है।



3.41 प्रतिशत ससम्मान हुए पास
इस बार इंटर की परीक्षा के लिए पंजीकृत 25,86,339 परीक्षार्थियों में से 24,84,479 परीक्षा में शामिल हुए थे। इनमें से 18,54,099 परीक्षार्थियों को सफलता मिली है। सफल होने वाले इन परीक्षार्थियों में से 63,193 यानी 3.41 प्रतिशत ससम्मान पास हुए हैं। ससम्मान पास होने वाले परीक्षार्थियों की संख्या में पिछले वर्ष की तुलना में 0.05 प्रतिशत की मामूली कमी हुई है। पिछले वर्ष 3.46 प्रतिशत परीक्षार्थी ससम्मान पास हुए थे।


33.91 प्रतिशत प्रथम श्रेणी में पास
इंटर में सफलता पाने वाले 18,54,099 परीक्षार्थियों में से 6,28,734 परीक्षार्थियों ने प्रथम श्रेणी के साथ परीक्षा पास की है। यह संख्या कुल परीक्षार्थियों का 33.91 प्रतिशत है। प्रथम श्रेणी में परीक्षा पास करने वालों की संख्या पिछले वर्ष के मुकाबले 1.94 प्रतिशत बढ़ी है। 2019 में सफलता पाने वाले 16,47,919 परीक्षार्थियों में से 5,26,896 यानी 31.97 प्रतिशत परीक्षार्थियों ने प्रथम श्रेणी के साथ परीक्षा पास की थी।


आधे से अधिक सेकेंड डिवीजन में पास
इंटर में पास हुए 18,54,099 परीक्षार्थियों में से 53.62 प्रतिशत परीक्षार्थियों को सेकेंड डिवीजन मिला है। सेकेंड डिवीजन से पास होने वाले परीक्षार्थियों की कुल संख्या 9,94,161 है। गत वर्ष की तुलना में इस श्रेणी में पास होने वाले परीक्षार्थियों की संख्या में मामूली यानी 0.03 प्रतिशत की कमी आई है। पिछले वर्ष परीक्षा में 16,47,919 परीक्षार्थियों में से 53.65 प्रतिशत को सेकेंड डिवीजन मिला था।


6.55 फीसदी को मिली तृतीय श्रेणी
इस वर्ष सिर्फ 6.55 प्रतिशत परीक्षार्थी ही तृतीय श्रेणी में सफल हुए हैं। इंटर में पास हुए 1854099 परीक्षार्थियों में से 121528 तृतीय श्रेणी में पास हुए हैं । तृतीय श्रेणी में पास होने वाले परीक्षार्थियों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में 1.38 प्रतिशत कम हुई है। पिछले वर्ष 7.14 प्रतिशत परीक्षार्थी तृतीय श्रेणी में पास हुए थे।


2.51 प्रतिशत ग्रेस मार्क्स से पास
इस वर्ष 46,483 परीक्षार्थी ऐसे हैं, जिन्हें ग्रेस मार्क देकर पास किया गया है। यह संख्या परीक्षा में शामिल कुल परीक्षार्थियों का 2.51 प्रतिशत है। पिछले वर्ष की तुलना में ग्रेस मार्क्स के साथ पास होने वाले परीक्षार्थियों की संख्या कम हुई है। पिछले वर्ष 49,255 यानी 2.99 प्रतिशत परीक्षार्थी ग्रेस मार्क से पास हुए थे।



source http://www.primarykamaster.in/2020/06/up-board-result.html

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