Skip to main content

निदेशालय शिफ्टिंग के विरोध में आज से होगा कार्य बहिष्कार, प्रयागराज से लेकर लखनऊ तक दो दिन के लिए होगी कलमबंद हड़ताल

निदेशालय शिफ्टिंग के विरोध में आज से होगा कार्य बहिष्कार

प्रयागराज से लेकर लखनऊ तक दो दिन के लिए होगी कलमबंद हड़ताल



प्रयागराज उच्च शिक्षा निदेशालय को लखनऊ शिफ्ट किए जाने के विरोध में निदेशालय कर्मचारी मिनिस्टीरियल संघ, उत्तर प्रदेश ने दो दिनी कलमबंद हड़ताल का निर्णय लिया है। बुधवार को हुई संघ की सामान्य सभा में तय हुआ कि पांच एवं छह जनवरी को सभी कर्मचारी निदेशालय आएंगे, लेकिन  शासकीय कामकाज ठप रखेंगे।



यह कार्य बहिष्कार प्रयागराज से लेकर लखनऊ तक होगा। निर्णय लिया गया कि शिक्षा निदेशालय माध्यमिक, बेसिक शिक्षा निदेशालय, उच्च शिक्षा निदेशालय, पत्राचार शिक्षा, उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय प्रयागराज शिविर कार्यालय (माध्यमिक) पार्क रोड, शिविर कार्यालय (बेसिक) निशातगंज एससीईआरटी, पाठ्य पुस्तक / साक्षरता, वैकल्पिक शिक्षा उर्दू एवं प्राच्य भाषा लखनऊ में कार्य बहिष्कार किया जाएगा।


सामान्य सभा में यह भी तय हुआ कि पांच एवं छह जनवरी को कार्य बहिष्कार के बाद सात और आठ जनवरी को जनप्रतिनिधियों से संपर्क किया जाएगा और उनसे अपील की जाएगी कि निदेशालय को प्रयागराज से बाहर जाने से रोकें।


इसके बाद भी बात नहीं बनती है तो नौ जनवरी को संघ की बैठक कर आंदोलन की अगली रणनीति तैयार की जाएगी। आम सभा में कर्मचारियों ने उच्च शिक्षा निदेशालय को प्रयागराज की गरिमा से जोड़ते हुए उसे किसी भी परिस्थिति में प्रयागराज से लखनऊ स्थानांतरित करने का विरोध किया।

इस मौके पर संघ के अध्यक्ष जितेंद्र कुमार, मंत्री प्रदीप कुमार सिंह सहित दीपक कुमार श्रीवास्तव, मोहम्मद शमशुद्दीन, आशीष कुमार, संपूर्णानंद, शिव प्रकाश यादव, अमरनाथ, घनश्याम यादव, बेचनराम, सुरेंद्र कुमार सिंह, अवनीश कुमार, दिलीप कुमार अग्रहरि, मोहम्मद सुएब सिद्दीकी, विष्ण कुमार आदि मौजूद रहे।




source http://www.primarykamaster.in/2023/01/blog-post_72.html

Comments

Popular posts from this blog

प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना काल में माह अप्रैल से 16 मई 2021 तक मृत 1621 शिक्षक-कर्मचारी की सूची की जारी

प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना काल में माह अप्रैल से 16 मई 2021 तक मृत 1621 शिक्षक-कर्मचारी की सूची की जारी   source http://www.primarykamaster.in/2021/05/16-2021-1621.html

अयोध्या : परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा स्थगित, शासनादेश के विरुद्ध बताते हुए शिक्षक संघ द्वारा परीक्षा के औचित्य पर उठाया गया था सवाल

अयोध्या : परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा स्थगित, शासनादेश के विरुद्ध बताते हुए शिक्षक संघ द्वारा परीक्षा के औचित्य पर उठाया गया था सवाल ● जिलाधिकारी के निर्णय के बाद परीक्षा स्थगित ● परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा के औचित्य पर उठाया सवाल ● प्राथमिक शिक्षक संघ ने जिलाधिकारी से की मुलाकात ● शासनादेश का अनुपालन कराए जाने की डीएम से मांग उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष व प्रांतीय ऑडिटर नीलमणि त्रिपाठी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला अधिकारी से मिलकर 30 दिसंबर को आयोजित की जाने वाली परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा के औचित्य पर सवाल उठाया है। फिलहाल जिलाधिकारी ने प्रकरण को गंभीरता से लेकर सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन दिया है। संघ ने इस सम्बंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी ज्ञापन सौंपा है। जिलाध्यक्ष श्री त्रिपाठी ने बताया कि आधारशिला ध्यानाकर्षण एवं शिक्षण संग्रह मॉड्यूल पर क्विज प्रतियोगिता आयोजित किए जाने का मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिया है। प्रतियोगिता ऐच्छिक होती है बाध्यकारी नहीं। बावजूद इसके जनपद में परिषदीय शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अन...

जीआईसी प्रवक्ता : 10 माह बाद भी नहीं हुई नियुक्ति, देरी का खामियाजा भुगतेंगे अभ्य्धी, वरिष्ठता का नहीं मिलेगा लाभ

प्रयागराज। राजकीय इंटर कॉलेज में प्रवक्ता के लिए 2014-15 में घोषित पदों पर पांच वर्ष बाद इस साल फरवरी-मार्च में रिजल्ट तो जारी हो गया लेकिन चयन के बाद भी अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं मिल सकी है। उप मुख्यमंत्री के निर्देश पर नियुक्ति के लिए प्रक्रिया तो शुरू हुई परंतु बीच वह भी अधर में फंस गई है। जबकि 22 दिसंबर को ही नियुक्ति पत्र मिल जाना चाहिए था । इस साल के खत्म होने में सिर्फ पांच दिन ही शेष बचे हैं। बाकी बचे चार दिनों में भी अगर नियुक्ति नहीं होती है तो पांच वर्ष से भर्ती का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों को एक वर्ष की वरिष्ठता का नुकसान उठाना होगा। राजकीय इंटर कॉलेजों में प्रवक्ता पदों पर चयनित 298 अभ्यर्थियों ने आठ से 15 दिसंबर के बीच नियुक्ति के लिए खुले पोर्टल पर ऑनलाइन कॉलेज लॉक किया। अभ्यर्थियों का कहना है कि माध्यमिक सचिव की ओर से 22 दिसंबर को नियुक्ति पत्र देने की बात कही गई थी। source http://www.primarykamaster.in/2020/12/10_27.html