Skip to main content

यूपी के परिषदीय स्‍कूलों के लिए Good News, सत्र के पहले ही दिन मिल जाएंगी किताबें

यूपी के परिषदीय स्‍कूलों के लिए Good News, सत्र के पहले ही दिन मिल जाएंगी किताबें


यूपी के सरकारी प्राइमरी स्‍कूलों के लिए गुड न्‍यूज, इस बार सत्र के पहले ही दिन मिल जाएंगी किताबेंयूपी के सरकारी प्राइमरी स्कूलों के बच्चों को इस बार नए सत्र के पहले दिन ही किताबें मिल जाएंगी। गोरखपुर-बस्ती मंडल के जिलों में कक्षा चार से आठ तक की 17 से लेकर 86 फीसदी पुस्तकें आ चुकी हैं।





UP Primary Schools: यूपी के सरकारी प्राइमरी स्कूलों के बच्चों को इस बार नए सत्र के पहले दिन ही किताबें मिल जाएंगी। गोरखपुर-बस्ती मंडल के जिलों में कक्षा चार से आठ तक की 17 से लेकर 86 फीसदी पुस्तकें आ चुकी हैं। किताबों को विद्यालयों तक पहुंचाने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। क्रयादेश नहीं हो पाने के चलते कक्षा एक से तीन तक की पुस्तकों की आपूर्ति किसी जिले में नहीं हुई है।


वर्तमान शैक्षिक सत्र में आधा सत्र बीतने के बावजूद छात्रों को सभी पुस्तकें नहीं मिल पाई थीं। इससे सबक लेते हुए बेसिक शिक्षा परिषद ने इस बार विशेष तैयारी की है। देवरिया में 86 प्रतिशत पुस्तकों की आपूर्ति हो चुकी है। कक्षा चार से पांच तक की सभी पुस्तकें आ गई हैं। कक्षा छह से आठ तक की 33 में से 25 प्रकार की पुस्तकें आई हैं। महाराजगंज में 51.22 प्रतिशत पुस्तकों की आपूर्ति हो चुकी है। बीएसए आशीष कुमार सिंह ने बताया कि सत्यापन की प्रक्रिया जारी है। गोरखपुर जिले में 41.55 प्रतिशत और कुशीनगर जिले में 24.86 प्रतिशत पुस्तकों की आपूर्ति हो चुकी है। सिद्धार्थनगर में 51.43 प्रतिशत और बस्ती में 56.10 प्रतिशत पुस्तकें आ चुकी हैं। संतकबीरनगर में 17.20 प्रतिशत पुस्तकें आई हैं।


गोरखपुर के बीएसए रमेन्‍द्र कुमार सिंह ने बताया कि नए सत्र के लिए पुस्तकें अभी से आनी शुरू हो गई हैं। जो किताबें नहीं आ पाई हैं उन्हें भी मंगाने का प्रयास हो रहा है। इस बार बच्चों को इंतजार नहीं करना पड़ेगा। देवरिया के बीएसए हरिश्‍चंद्र नाथ ने बताया कि नए सत्र में पहले दिन से छात्रों को किताबें मिले इसकी तैयारी शुरू हो गई है। जिले में 86 फीसदी किताबें आ चुकी हैं। जल्द ही अंग्रेजी व उर्दू माध्यम की पुस्तकें भी आ जाएंगी। बस्‍ती के बीएसए डॉ.इन्‍द्रजीत प्रजापति ने बताया कि हिंदी मीडियम की 56 फीसदी किताबें आ चुकी हैं। ढुलाई के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी होते ही बीआरसी पर किताबों की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी।


अंग्रेजी और उर्दू माध्यम की पुस्तकों का इंतजार
अंग्रेजी और उर्दू माध्यम की पुस्तकें अभी तक किसी भी जिले में नहीं पहुंची हैं। इन पुस्तकों के भी जल्द आने की उम्मीद है। इसके अलावा कार्यपुस्तिका (वर्कबुक) की आपूर्ति भी नहीं हुई है। विभाग के अनुसार कार्यपुस्तिका की आपूर्ति के लिए 120 दिन का समय दिया जाता है।


जिलावार पुस्तक आपूर्ति की स्थिति
जिला मांग आपूर्ति प्रतिशत

देवरिया       1305569     1133836 (86)

बस्ती          1693260     950068 (56.10)

सिद्धार्थनगर  2204277    1133590 (51.43)

महराजगंज  1792594      918190 (51.22)

गोरखपुर      2487000      1033327 (41.55)

कुशीनगर      2212003      550000 (24.86)

संतकबीरनगर 1151289      198009 (17.20)



source http://www.primarykamaster.in/2023/02/good-news.html

Comments

Popular posts from this blog

प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना काल में माह अप्रैल से 16 मई 2021 तक मृत 1621 शिक्षक-कर्मचारी की सूची की जारी

प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना काल में माह अप्रैल से 16 मई 2021 तक मृत 1621 शिक्षक-कर्मचारी की सूची की जारी   source http://www.primarykamaster.in/2021/05/16-2021-1621.html

अयोध्या : परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा स्थगित, शासनादेश के विरुद्ध बताते हुए शिक्षक संघ द्वारा परीक्षा के औचित्य पर उठाया गया था सवाल

अयोध्या : परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा स्थगित, शासनादेश के विरुद्ध बताते हुए शिक्षक संघ द्वारा परीक्षा के औचित्य पर उठाया गया था सवाल ● जिलाधिकारी के निर्णय के बाद परीक्षा स्थगित ● परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा के औचित्य पर उठाया सवाल ● प्राथमिक शिक्षक संघ ने जिलाधिकारी से की मुलाकात ● शासनादेश का अनुपालन कराए जाने की डीएम से मांग उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष व प्रांतीय ऑडिटर नीलमणि त्रिपाठी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला अधिकारी से मिलकर 30 दिसंबर को आयोजित की जाने वाली परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा के औचित्य पर सवाल उठाया है। फिलहाल जिलाधिकारी ने प्रकरण को गंभीरता से लेकर सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन दिया है। संघ ने इस सम्बंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी ज्ञापन सौंपा है। जिलाध्यक्ष श्री त्रिपाठी ने बताया कि आधारशिला ध्यानाकर्षण एवं शिक्षण संग्रह मॉड्यूल पर क्विज प्रतियोगिता आयोजित किए जाने का मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिया है। प्रतियोगिता ऐच्छिक होती है बाध्यकारी नहीं। बावजूद इसके जनपद में परिषदीय शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अन...

जीआईसी प्रवक्ता : 10 माह बाद भी नहीं हुई नियुक्ति, देरी का खामियाजा भुगतेंगे अभ्य्धी, वरिष्ठता का नहीं मिलेगा लाभ

प्रयागराज। राजकीय इंटर कॉलेज में प्रवक्ता के लिए 2014-15 में घोषित पदों पर पांच वर्ष बाद इस साल फरवरी-मार्च में रिजल्ट तो जारी हो गया लेकिन चयन के बाद भी अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं मिल सकी है। उप मुख्यमंत्री के निर्देश पर नियुक्ति के लिए प्रक्रिया तो शुरू हुई परंतु बीच वह भी अधर में फंस गई है। जबकि 22 दिसंबर को ही नियुक्ति पत्र मिल जाना चाहिए था । इस साल के खत्म होने में सिर्फ पांच दिन ही शेष बचे हैं। बाकी बचे चार दिनों में भी अगर नियुक्ति नहीं होती है तो पांच वर्ष से भर्ती का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों को एक वर्ष की वरिष्ठता का नुकसान उठाना होगा। राजकीय इंटर कॉलेजों में प्रवक्ता पदों पर चयनित 298 अभ्यर्थियों ने आठ से 15 दिसंबर के बीच नियुक्ति के लिए खुले पोर्टल पर ऑनलाइन कॉलेज लॉक किया। अभ्यर्थियों का कहना है कि माध्यमिक सचिव की ओर से 22 दिसंबर को नियुक्ति पत्र देने की बात कही गई थी। source http://www.primarykamaster.in/2020/12/10_27.html