Skip to main content

NEP: स्कूल के प्रत्येक शिक्षक और प्रधानाध्यापक के लिए प्रशिक्षण होगा जरूरी, हर साल करीब 50 घंटे की होगी ट्रेनिंग

NEP: स्कूल के प्रत्येक शिक्षक और प्रधानाध्यापक के लिए प्रशिक्षण होगा जरूरी, हर साल करीब 50 घंटे की होगी ट्रेनिंग


शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक योजना के तहत स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों और प्रिंसिपलों के प्रशिक्षण का जो रोडमैप तैयार किया है उसके तहत यह हर साल करीब 50 घंटे का होगा। प्रशिक्षण लेने वाले शिक्षकों के एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट में यह प्रशिक्षण दर्ज भी होगा।



नई दिल्ली । नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति ( NEP) के तहत स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की चल रही कोशिशों के बीच शिक्षा मंत्रालय ने एक और अहम कदम उठाया है।


इसके तहत स्कूलों में पढ़ाने वाले सभी शिक्षकों और प्रिंसिपलों के लिए अब प्रशिक्षण जरूरी होगा, जो उन्हें एनईपी के प्रभावी अमल होने तक हर साल दिया जाएगा। इनमें उन सभी पहलुओं को शामिल किया जाएगा, जो एनईपी के तहत स्कूलों में लागू किए जा रहे है, या फिर आने वाले नए स्कूली पाठ्यक्रम के तहत पढ़ाए जाने वाले है।


खासबात यह है कि इस प्रशिक्षण के दायरे में सिर्फ सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले ही शिक्षक और प्रिंसिपल नहीं आएंगे बल्कि निजी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक और प्रिंसिपल भी शामिल होंगे। हालांकि, वह उनके लिए जरूरी नहीं होगा, लेकिन स्कूलों के लिए प्रस्तावित ग्रेडिंग व्यवस्था में यह शामिल होगा।


हर साल 50 घंटे का होगा प्रशिक्षण कार्यक्रम
शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक, इस योजना के तहत स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों और प्रिंसिपलों के प्रशिक्षण का जो रोडमैप तैयार किया है, उसके तहत यह हर साल करीब 50 घंटे का होगा। प्रशिक्षण लेने वाले शिक्षकों के एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (ABC) में यह प्रशिक्षण दर्ज भी होगा। फिलहाल मंत्रालय ने इस प्रशिक्षण के फ्रेमवर्क को तैयार करने के लिए एनसीटीई ( नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर एजुकेशन) और राज्यों के साथ चर्चा शुरू कर दी है।


प्रिंसिपलों पर रहेगा विशेष फोकस

मंत्रालय के मुताबिक, प्रशिक्षण की इस पहल में प्रिंसिपलों पर विशेष फोकस किया गया है। उन्हें लीडरशिप और नवाचार को लेकर विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके आधार पर ही वह स्कूलों में पढ़ने वाले प्रतिभाशाली बच्चों को पहचान सकेंगे और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए सारी सुविधाएं मुहैया करा सकेंगे। अभी नौकरी मिलने के बाद शिक्षकों को एक अंतराल पर ही प्रशिक्षण देने की व्यवस्था है। वह भी जरूरी नहीं है।


गौरतलब है कि मौजूदा समय में देश में करीब 15 लाख स्कूल है। इनमें दस लाख से ज्यादा सरकारी स्कूल है। इनमें ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्र में ही स्थिति है।


source http://www.primarykamaster.in/2023/02/nep-50.html

Comments

Popular posts from this blog

प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना काल में माह अप्रैल से 16 मई 2021 तक मृत 1621 शिक्षक-कर्मचारी की सूची की जारी

प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना काल में माह अप्रैल से 16 मई 2021 तक मृत 1621 शिक्षक-कर्मचारी की सूची की जारी   source http://www.primarykamaster.in/2021/05/16-2021-1621.html

एक दिन का वेतन काटने के प्रा0शि0संघ के प्रस्ताव को जू0हा0 (पूर्व माध्यमिक) शिक्षक संघ ने किया खारिज, मुख्य सचिव को पत्र लिख वेतन कटवाने से किया स्पष्ट इनकार

via प्राइमरी का मास्टर ● इन | Primary Ka Master | District News | Basic Shiksha | Shikshamitra https://ift.tt/3yIhjLL

फतेहपुर : आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर आजादी का अमृत महोत्सव भव्य रूप में मनाए जाने के सम्बन्ध में दिशा निर्देश जारी, देखें

via प्राइमरी का मास्टर ● इन | Primary Ka Master | District News | Basic Shiksha | Shikshamitra https://ift.tt/3fNWTJd