यूपी बोर्ड : 10वीं के छात्रों को हल करने होंगे अधिक सवाल, जानिए क्यों?
यूपी बोर्ड की परीक्षा में हाईस्कूल के छात्र-छात्राओं को पहले से अधिक प्रश्नों के जवाब देने होंगे। बोर्ड ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत 10वीं की परीक्षा पैटर्न में व्यापक परिवर्तन किया है। बोर्ड परीक्षा में पहली बार ओएमआर शीट का भी इस्तेमाल होने जा रहा है। यूपी बोर्ड की ओर से वेबसाइट पर जारी मॉडल पेपर पर गौर करें तो प्रश्नपत्र में प्रश्नों की संख्या पहले की तुलना में काफी बढ़ गई है।
उदाहरण के तौर पर हाईस्कूल विज्ञान के प्रश्नपत्र में पहले जहां 20 प्रश्न (11 बहुविकल्पीय, 06 लघु उत्तरीय और 03 दीर्घ उत्तरीय) पूछे जाते थे। इस बार 20 बहुविकल्पीय, 08 लघु उत्तरीय और 03 दीर्घ उत्तरीय कुल 31 प्रश्न होंगे। संस्कृत विषय के प्रश्नपत्र में भी 31 प्रश्न पूछे जाएंगे। पहले 18 प्रश्न रहते थे। इसी प्रकार अन्य विषयों में भी प्रश्नों की संख्या बढ़ी है।
विज्ञान विषय में पहले दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों के लिए सात अंक निर्धारित था। इस बार छह नंबर ही मिलेंगे। लघु उत्तरीय प्रश्न पहले दो-दो अंक के थे। अब दो व चार अंक निर्धारित हैं।
प्रश्नपत्र का लगभग 30 प्रतिशत भाग 20 अंक का विकल्पीय प्रश्न (मल्टीपल च्वॉयस क्वेश्चन) पर आधारित होगा जिसका उत्तर ओएमआर शीट पर देना होगा। दूसरा लगभग 70 प्रतिशत भाग 50 नंबर का वर्णनात्मक प्रश्नों का होगा जिसके उत्तर पहले की तरह उत्तर पुस्तिकाओं पर लिखना होगा।
source http://www.primarykamaster.in/2022/12/10.html
Comments
Post a Comment