Skip to main content

चिंताजनक : माध्यमिक शिक्षा विभाग में हिंदी के शिक्षक पढ़ा रहे जीव विज्ञान, वर्ष 2018 के बाद से नहीं हो सकी भर्ती।

चिंताजनक : माध्यमिक शिक्षा विभाग में हिंदी के शिक्षक पढ़ा रहे जीव विज्ञान, वर्ष 2018 के बाद से नहीं हो सकी भर्ती।

प्रयागराज : राजकीय विद्यालयों में पढ़ाई-लिखाई की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। प्रदेश के 2332 राजकीय हाईस्कूलों और इंटर कॉलेजों में शिक्षकों के स्वीकृत पदों की तुलना में एक तिहाई से अधिक पद खाली हैं। इसका नतीजा है कि स्कूल में तैनात एक विषय के शिक्षक दूसरे विषय भी पढ़ा रहे हैं। मसलन, प्रयागराज में गंगापार के एक स्कूल में हिन्दी के शिक्षक 12वीं में जीव विज्ञान पढ़ा रहे हैं तो कक्षा 9 और 10 में संस्कृत-हिन्दी के शिक्षक गृह विज्ञान की कक्षाएं ले रहे हैं।

राजकीय बालिका इंटर कॉलेज फूलपुर में जीव विज्ञान, भौतिक विज्ञान और गणित, जीजीआईसी हंडिया में जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, गणित तथा नागरिक शास्त्रत्त्, जीजीआईसी धनुपुर में गणित, रसायन विज्ञान और भौतिक विज्ञान की शिक्षिका नहीं हैं। कमोवेश यही स्थिति अधिकांश स्कूलों की हैं। शिक्षकों के अभाव में प्रधानाचार्यों ने वैकल्पिक व्यवस्था बना रखी है। जो शिक्षक उपलब्ध हैं, उन्हीं से बाकी विषय पढ़वाए जा रहे हैं।

हालांकि कार्रवाई के डर से कोई भी प्रधानाचार्य इस विषय पर खुलकर बोलने को तैयार नहीं है पर एक बात तो तय है कि शिक्षक न होने पर या तो वह विषय स्कूल में पढ़ाया ही नहीं जा रहा या फिर दूसरे विषय का शिक्षक पढ़ा रहा है।

शिक्षकों के 37 प्रतिशत पद हैं खाली: प्रदेश के 2332 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों के 37 प्रतिशत पद खाली हैं। इन स्कूलों में प्रवक्ता के 4700 व सहायक अध्यापक के 19300 यानी कुल 24000 पद स्वीकृत हैं। इनमें से 2717 प्रवक्ता और 12294 सहायक अध्यापक कार्यरत हैं। प्रवक्ता के 1986 व सहायक अध्यापक के 7006 कुल 9882 पद खाली हैं। स्वीकृत 24000 पदों के सापेक्ष 37.46 प्रतिशत पद खाली हैं। यही नहीं, प्रधानाचार्य के स्वीकृत 430 में से 342 पद रिक्त हैं।



वर्ष 2018 के बाद से नहीं हो सकी भर्ती

2018 के बाद से राजकीय स्कूलों में सहायक अध्यापकों की भर्ती नहीं हुई है। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने 2018 में 15 विषय में एलटी ग्रेड (सहायक अध्यापक) के 10768 पदों पर भर्ती निकाली थी। कंप्यूटर विषय में 1667 पदों के मुकाबले केवल 36 शिक्षकों का चयन हुआ था। विज्ञान में 1045 पदों में से केवल 84 पर चयन हुआ था और बाकी पद रिक्त रह गए थे।

राजकीय स्कूलों में शिक्षकों के पदस्थापन में समानता नहीं है। जिला मुख्यालय वाले स्कूलों में बिना आवश्यकता के शिक्षक भरे हुए हैं तो ग्रामीण क्षेत्र में सालों से पद रिक्त हैं।

डॉ. रवि भूषण, प्रदेश महामंत्री राजकीय शिक्षक संघ


source http://www.primarykamaster.in/2022/07/2018.html

Comments

Popular posts from this blog

प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना काल में माह अप्रैल से 16 मई 2021 तक मृत 1621 शिक्षक-कर्मचारी की सूची की जारी

प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना काल में माह अप्रैल से 16 मई 2021 तक मृत 1621 शिक्षक-कर्मचारी की सूची की जारी   source http://www.primarykamaster.in/2021/05/16-2021-1621.html

एक दिन का वेतन काटने के प्रा0शि0संघ के प्रस्ताव को जू0हा0 (पूर्व माध्यमिक) शिक्षक संघ ने किया खारिज, मुख्य सचिव को पत्र लिख वेतन कटवाने से किया स्पष्ट इनकार

via प्राइमरी का मास्टर ● इन | Primary Ka Master | District News | Basic Shiksha | Shikshamitra https://ift.tt/3yIhjLL

फतेहपुर : आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर आजादी का अमृत महोत्सव भव्य रूप में मनाए जाने के सम्बन्ध में दिशा निर्देश जारी, देखें

via प्राइमरी का मास्टर ● इन | Primary Ka Master | District News | Basic Shiksha | Shikshamitra https://ift.tt/3fNWTJd