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CBSE के छात्र-छात्राएं बनेंगे डिजिटल नागरिक, बच्चों को ऑनलाइन टेक्नोलॉजी के खतरों से किया जाएगा आगाह

CBSE के छात्र-छात्राएं बनेंगे डिजिटल नागरिक

स्किल मॉड्यूल के लिए प्रधानाचार्यों और शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा

बच्चों को कोर्स के माध्यम से ऑनलाइन टेक्नोलॉजी के खतरों से आगाह किया जाएगा।


नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने बच्चों को डिजिटल नागरिक बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया है। बोर्ड छठीं से 8वीं तक की कक्षा के बच्चों को ऑनलाइन टेक्नोलॉजी के खतरों से बचाने के लिए डिजिटल नागरिकता (सिटिजनशिप) पर स्किल मॉड्यूल शुरू करने जा रहा है। इसके पाठ्यक्रम में डिजिटल शिष्टाचार साइबर सुरक्षा, साइबर बुलिंग, इंटरनेट के उपयोग को शामिल किया गया है। पाठ्यक्रम को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि सभी विषयों के शिक्षक आसानी से समझ सकें और छात्रों को जिम्मेदार डिजिटल नागरिक बनने के लिए प्रशिक्षित कर सकें।



सीबीएसई का कहना है कि आज की दुनिया में छात्र कम उम्र में ही ऑनलाइन तकनीक के संपर्क में आ रहे हैं। कोरोना के कारण दो साल तक ऑनलाइन पढ़ाई हुई है, इसलिए डिजिटल दुनिया समय की जरूरत है। इसके लिए बोर्ड ने शिक्षकों से फीडबैक भी लिया, पाया गया कि ऑनलाइन दुनिया सुरक्षित रूप से तलाशने में छात्रों को मदद की जरुरत होती है। युवाओं को जिम्मेदार और सुरक्षित डिजिटल नागरिक बनाने के लिए सशक्त करने की आवश्यकता है। जिससे कि वह सुरक्षित तरीके से प्रौद्योगिकी का उपयोग करना सीख सकें। स्कूलों के प्रधानाचार्यों और शिक्षकों को समझाने के लिए 14 जून को ऑनलाइन ओरिएंटेशन सत्र आयोजित किया जाएगा।


source http://www.primarykamaster.in/2022/06/cbse.html

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