Skip to main content

कोरोना की रफ्तार पकड़ने पर प्राइवेट स्कूलों ने फिर से ऑनलाइन क्लास चलाने पर शुरू किया विचार, परिषदीय विद्यालयों में भी ई पाठशाला को जारी रखने का निर्देश

कोरोना की रफ्तार पकड़ने पर प्राइवेट स्कूलों ने फिर से ऑनलाइन क्लास चलाने पर शुरू किया विचार, परिषदीय विद्यालयों में भी ई पाठशाला को जारी रखने का निर्देश


कोरोना बढ़ने के साथ-साथ अब स्कूलों ने फिर से ऑनलाइन कक्षाएं चलाने पर विचार शुरू कर दिया है। अन एडेड स्कूल एसोसिएशन ने जहां 30 मार्च को इस मामले पर अहम बैठक बुलाई है वहीं मिशनरी स्कूलों ने जूनियर तक की कक्षाओं को ऑनलाइन ही चलाने की तैयारी की है। सरकारी प्राइमरी स्कूलों में भी अब फिर से ऑनलाइन घर से पढ़ाई पर जोर दिया जा रहा है।



कोरोना बढ़ने से स्कूल संचालक तथा बच्चों के अभिभावक दोनों चिंतित हैं। गुरुवार को सिटी मांटेसरी स्कूल के शिक्षकों के पॉजिटिव मिलने के बाद अब राजधानी के स्कूल संचालकों के साथ अभिभावकों की चिंताएं भी बढ़ गई हैं। कई अभिभावक भी ऑनलाइन क्लास की ही मांग कर रहे थे।

स्कूल संचालक जहां फिर से ऑनलाइन कक्षाएं चलाने पर विचार कर रहे हैं, वहीं सरकारी प्राइमरी स्कूलों में भी इसको लेकर मंथन शुरू हुआ है। बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने इस संबंध में मीटिंग भी की है। जिसमें उन्होंने घरकी पढ़ाई अभियान पर जोर दिया है। घर की पढ़ाई के लिए ई पाठशाला के साथ ही व्हाट्सएप क्लास जारी रखने का निर्देश दिया गया है। इसी के साथ महानिदेशक ने बच्चों के अभिभावकों को व्हाट्सएप क्लास से जोड़े रखने को कहा है ताकि समय पड़ने पर इसका उपयोग किया जा सके।


सरकारी प्राइमरी स्कूलों के 20% बच्चों तक भी नहीं पहुंच पाई ऑनलाइन पढ़ाई

प्राइवेट तथा मिशनरी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों ने कुछ हद तक ऑनलाइन पढ़ाई जरूर की है। लेकिन सरकारी प्राइमरी स्कूलों के बच्चों को कुछ नहीं मिला है। क्योंकि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे गरीब तबके के होते हैं। इनके पास मोबाइल, लैपटॉप और कनेक्शन उपलब्ध नहीं हो पाया। इनके परिवारीजनों ने भी इनकी पढ़ाई पर ध्यान नहीं दिया। बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी 20% तक की पहुंच का दावा करते हैं। लेकिन यह आंकड़े भी सही नहीं है । ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों की बिल्कुल भी पढ़ाई नहीं हुई । अब अगर फिर से सरकारी स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई शुरू हुई तो बच्चों का अगला सत्र भी खराब होना तय है।


पांच अप्रैल से कक्षाएं शुरू करने की योजना में हो सकता है बदलाव

मिशनरी स्कूल एक से पांच अप्रैल के बीच में खुल रहे हैं। सेंट फ्रांसिस स्कूल में एक शिक्षक के पॉजिटिव आने के बाद अब स्कूलों ने फिर से बच्चों की ऑनलाइन कक्षाएं चलाने की तैयारी कर ली है। हालांकि पहले सेंट फ्रांसिस ने पांच अप्रैल से ऑफलाइन कक्षाएं चलाने की बच्चों को जानकारी दी थी। लेकिन अब इसमें बदलाव की तैयारी है। इस संबंध में अभी अभिभावकों को कोई स्पष्ट निर्देश नहीं मिले हैं। सूत्रों ने बताया कि राजधानी के लगभग सभी मिशनरी स्कूलों ने कक्षा 8 तक के बच्चों की ऑनलाइन ही कक्षाएं चलाने की तैयारी की है। ऐसे में फिर से बच्चों को ऑनलाइन क्लास लेनी पड़ सकती है।


source http://www.primarykamaster.in/2021/03/blog-post_985.html

Comments

Popular posts from this blog

प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में एन०जी०ओ० का हस्तक्षेप किसी भी दशा में न कराए जाने के सम्बन्ध में UPJHSS का ज्ञापन

प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में एन०जी०ओ० का हस्तक्षेप किसी भी दशा में न कराए जाने के सम्बन्ध में UPJHSS का ज्ञापन source http://www.primarykamaster.in/2021/06/upjhss.html

यूपी बोर्ड : पहली बार इंटर की परीक्षा में मिलेगी कम्पार्टमेंट की सुविधा, परीक्षा में पास होने पर मार्कशीट पर नहीं लिखा रहेगा कम्पार्टमेंट

यूपी बोर्ड : पहली बार इंटर की परीक्षा में मिलेगी कम्पार्टमेंट की सुविधा, परीक्षा में पास होने पर मार्कशीट पर नहीं लिखा रहेगा कम्पार्टमेंट। source http://www.primarykamaster.in/2020/04/blog-post_98.html

प्रशिक्षण के बाद चुनाव संपन्न की अवधि में एवं मतगणना के बाद कोविड-19 से संक्रमित होकर जान गवाने वाले मृतक शिक्षा मित्रों की जनपद वार सूची

प्रशिक्षण के बाद चुनाव संपन्न की अवधि में एवं मतगणना के बाद कोविड-19 से संक्रमित होकर जान गवाने वाले मृतक शिक्षा मित्रों की जनपद वार सूची   source http://www.primarykamaster.in/2021/05/19_25.html