उन्नाव : कस्तूरबा विद्यालयों में 47 लाख के गोलमाल का अंदेशा, शिक्षा महानिदेशक ने बीएसए और जिला समन्वयक से मांगा जवाब
उन्नाव : कस्तूरबा विद्यालयों में 47 लाख के गोलमाल का अंदेशा, शिक्षा महानिदेशक ने बीएसए और जिला समन्वयक से मांगा जवाब।
उन्नाव जिले के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में 47 लाख रुपये के गोलमाल का अंदेशा जताया जा रहा है। प्रेरणा पोर्टल पर छात्राओं की संख्या व खर्च का ब्योरा न होने से यह आशंका जताई जा रही है। शिक्षा महानिदेशक ने बीएसए व जिला समन्वयक से 15 दिन के भीतर जवाब मांगा है।
जिले के 13 ब्लॉकों में कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय संचालित हैं। इसमें प्रत्येक स्कूल में सौ छात्राओं का पंजीकरण है। आवासीय विद्यालय होने से कक्षा छह से आठ तक की छात्राओं के साथ शिक्षिकाएं व अन्य स्टॉफ स्कूल में ही रहता है। छात्राओं की पढ़ाई के साथ उपभोग के लिए शासन से भोजन, स्टेशनरी, साबुन, तेल व जरूरी सामान के लिए शासन से 47 लाख रुपये का बजट जारी हुआ था। जारी बजट खर्च कर वार्डन को प्रेरणा पोर्टल पर मदवार खर्च की राशि का ब्योरा अपलोड करना था। इधर कोरोना के चलते विद्यालय बंद थे। उसके बाद भी 11 फरवरी से 31 मार्च के बीच छात्राओं के भोजन, सामान व अन्य मदों में 47 लाख रुपये खर्च किए जाने की बात सामने आई है। खाते से पैसा निकल जाने और प्रेरणा पोर्टल पर ऑनलाइन न दिखने पर हड़कंप मच गया। शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद ने 15 दिन की मोहलत देते हुए जवाब तलब किया है।
बीएसए बोले
बीएसए प्रदीप कुमार पांडेय ने कहा कि पैसे का गबन नहीं हुआ है। पैसा छात्राओं के खाने के साथ जरूरी सामान की खरीदारी में ही खर्च किया गया है। इसका ब्योरा भी तैयार किया गया था। प्रेरणा पोर्टल की ऑनलाइन फीडिंग में दिक्कत होने से खर्च हुए। धन चढ़ाया नहीं जा सका। इससे यह दिक्कत आई है। प्रत्येक ब्लॉक की वार्डन से खाने में खर्च के साथ खरीदे गए सामान की सूची व खर्च बजट की स्थिति मंगवाई गई है। शासन को वह उपलब्ध करा दी जाएगी।
source http://www.primarykamaster.in/2021/05/47.html
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