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फैसला : संस्कृत स्कूलों में नौवीं की बोर्ड परीक्षा खत्म, विद्यालय अपने स्तर से कराएंगे परीक्षा

फैसला :  संस्कृत स्कूलों में नौवीं की बोर्ड परीक्षा खत्म, विद्यालय अपने स्तर से कराएंगे परीक्षा


9वीं की बोर्ड परीक्षा से छात्रों पर रहता था मानसिक दबाव

यूपी में अभी 1246 संस्कृत इंटर कॉलेज


लखनऊ। यूपी के संस्कृत विद्यालयों में नौंवी की बोर्ड परीक्षा अब नहीं होगी। सरकार ने छात्रों पर बोर्ड परीक्षाओं के बढ़ते दबाव को देखते हुए प्रयोग के तौर पर यह फैसला किया है।



विद्यालय अपने स्तर पर कराएंगे परीक्षाः 
पूर्व मध्यमा अर्थात नौवीं की बोर्ड परीक्षा अबकि संस्कृत शिक्षा बोर्ड नहीं कराएगा बल्कि होम इक्साम होगा अर्थात विद्यालय द्वारा अपने स्तर से नौवीं की परीक्षा कराई जाएगी। संस्कृत विद्यालयों में मौजूदा व्यवस्था के अनुसार छठवीं से उपर की सभी कक्षाओं मसलन छठवीं (प्रथमा - 1 ) से लेकर 12 वीं (उत्तर मध्यमा - 2 ) तक की मुख्य परीक्षाएं संस्कृत शिक्षा बोर्ड द्वारा कराई जाती हैं।


अबकि पहली बार नौवीं के छात्रों को स्कूल द्वारा कराई जाने वाली तिमाही. छमाही एवं वार्षिक परीक्षा में शामिल होना होगा।


लखनऊ । यूपी के संस्कृत विद्यालयों में नौंवी की बोर्ड परीक्षा अब नहीं होगी। पिछले काफी समय से इस बात पर लगातार सवाल उठ रहे थे कि अन्य बोर्डों में जब मात्र दो 10 वीं और 12 वीं की ही बोर्ड परीक्षाएं होती हैं तो संस्कतृत के छात्रों को लगातार छह बार बोर्ड की परीक्षाएं लिया जाना कहां तक उचित है! 


इससे छात्रों पर अत्यधिक मानसिक दबाव पड़ता है। इस पर संस्कृत शिक्षा बोर्ड भी अब सहमत हो चुका है। बोर्ड ने प्रयोग के तौर पर इस बार नौवीं की परीक्षा को एक वर्ष के लिए बोर्ड परीक्षा की परिधि से बाहर किया है।


कक्षाओं का निर्धारण

छठवीं कक्षा- प्रथमा - 1
सातवी कक्षा - प्रथमा - 2
आठवीं कक्षा- प्रथमा-3
नौवीं कक्षा- पूर्व मध्यमा - 1
10 वीं कक्षा- पूर्व मध्यमा -2
11 वीं कक्षा उत्तर मध्यमा- 1
- 12 वीं कक्षा- उत्तर मध्यमा- 2


नई प्रस्तावित व्यवस्था का पूरा स्ट्रक्चर तैयार हो जाने के बाद विस्तार से छात्रों से लेकर अन्य सभी से सारी जानकारी साझा की जाएगी। –आर के तिवारी, सचिव, उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा बोर्ड


source http://www.primarykamaster.in/2023/04/blog-post_15.html

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