अब माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को नए सत्र से परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों की तरह शिक्षक डायरी बनानी होगी। माध्यमिक शिक्षा परिषद ने विद्यालयों में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए यह व्यवस्था लागू की है। डायरी में शैक्षिक कार्य से लेकर शिक्षण योजना का उल्लेख किया जाएगा। शिक्षकों की डायरी का प्रधानाचार्य नियमित रूप से परीक्षण करेंगे।
उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद ने माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षा का स्तर बेहतर बनाने के लिए नई व्यवस्था लागू की है। यूपी बोर्ड ने शैक्षिक सत्र 2023-24 के लिए जारी कैलेंडर में शिक्षकों को अपनी डायरी बनाने के निर्देश दिए हैं। इस डायरी में शिक्षकों को हर महीने पाठयक्रम की शिक्षण योजना, कितना पाठयक्रम पढ़ाना है, कितना पढ़ाया जा चुका है, यह सब लिखना होगा।
डायरी में यह भी लिखना होगा कि उन्हें अगले दिन किस टॉपिक को कक्षा में विद्यार्थियों को पढ़ाना है। इसकी पहले से ही तैयारी करनी होगी। डायरी में शिक्षकों को अपनी शैक्षणिक कार्य योजना भी लिखनी होगी। कुल मिलाकर शिक्षकों को अपनी डायरी में शैक्षिक कार्य से लेकर शैक्षणिक योजना को लिखना होगा। विद्यालयों में प्रधानाचार्य नियमित रूप से डायरी का परीक्षण करेंगे।
बोर्ड की तरफ से जारी हुए शैक्षिक कैलेंडर में सभी माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को अपनी डायरी बनाने का निर्देश दिया गया है। इसका उद्देश्य शैक्षिक कैलेंडर के अनुसार विद्यार्थियों को पठन-पाठन कराने के साथ ही विद्यालयों में शिक्षा का स्तर बेहतर बनाना है। इसके अलावा डायरी बनाने से समय पर कोर्स पूरा हो सकेगा। जिला विद्यालय निरीक्षक अशोक नाथ तिवारी ने बताया कि सभी शिक्षकों को डायरी बनाने के लिए निर्देशित किया गया है। वहीं उनके स्तर से भी समय-समय पर विद्यालयों में शिक्षकों की डायरी का परीक्षण किया जाएगा।
source http://www.primarykamaster.in/2023/04/blog-post_33.html
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