Skip to main content

पदोन्नति, पगार और परवाने में उलझे शिक्षक, बेसिक शिक्षा में चल रही शिक्षकों से संबंधित कई प्रक्रियाएं अधूरी, समय से प्रक्रियाएं पूरी न होने से शिक्षक नाराज, आए दिन कर रहे धरना-प्रदर्शन

पदोन्नति, पगार और परवाने में उलझे शिक्षक

बेसिक शिक्षा में चल रही शिक्षकों से संबंधित कई प्रक्रियाएं अधूरी,  समय से प्रक्रियाएं पूरी न होने से शिक्षक नाराज, आए दिन कर रहे धरना-प्रदर्शन

1.36 लाख स्कूल हैं प्रदेश में, 4.53 लाख शिक्षक और 1.91 करोड़ बच्चे


प्रदेश में हर विद्यालय को निपुण यानी सुव्यवस्थित बनाने की कवायद चल रही है, लेकिन हो उल्टा रहा है। चाहे दस साल बाद शुरू हुई पदोन्नति प्रक्रिया हो, एक दशक बाद हो रहे तबादले या फिर मेडिकल सुविधा। सब अधर में। अगस्त में कई बार विभिन्न जिलों से आए शिक्षकों ने लखनऊ में धरना दिया और सीएम आवास का घेराव की कोशिश की। इन सब वजहों से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इतना ही नहीं कुछ जिलों में एकल शिक्षक वाले विद्यालय भी बंद हो गए हैं। एक रिपोर्ट...



बेसिक के विद्यालयों में शिक्षकों की बे पदोन्नति की प्रक्रिया फरवरी 2022 में शुरू हुई थी। अब तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। एक दशक बाद हो रही पदोन्नति प्रक्रिया से शिक्षकों को पहले काफी उम्मीद थी, लेकिन उनकी उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा है। हाल में शिक्षकों ने इस मामले में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक व महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद से मिलकर अपनी बात रखी है। इसी तरह लंबी कवायद के बाद विभाग ने जून अंत में 16614 शिक्षकों का एक से दूसरे जिले तवादला किया तबादला पाए काफी शिक्षकों को कार्यमुक्त करने से रोक दिया गया। इसमें सामान्य शिक्षक ही नहीं कैंसर व अन्य गंभीर बीमारी से प्रभावित शिक्षक भी शामिल हैं कार्यमुक्त करने के लिए आए दिन शिक्षक लखनऊ में धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है।

समस्या यहीं नहीं खत्म हुई। तबादला पाए जो शिक्षक कार्यमुक्त हो गए, उन्हें अब तक विद्यालय का आवंटन नहीं हुआ है। विद्यालय का आवंटन न होने से और पुराने शिक्षकों के कार्यमुक्त हो जाने से एकल शिक्षक वाले विद्यालयों में महीनों से पठन- पाठन ठप है। कुछ जगहों पर वैकल्पिक व्यवस्था की गई, किंतु वह प्रभावी नहीं हो पा रही है। वहीं तबादला पाए शिक्षकों की आवश्यक प्रक्रिया न पूरी होने से उनका दो महीने से वेतन नहीं जारी हुआ। ऐसे मैं उनके सामने परिवार का खर्च चलाने में दिक्कत आ रही है। हाल में शिक्षकों ने इसके लिए महानिदेशक स्कूल शिक्षा से मिलकर पीड़ा बताई थी। इन सबके साथ ही एक से दूसरे जिले में परस्पर तबादले व जिले के अंदर परस्पर तबादले की लाइन में भी सैकड़ों शिक्षक हैं, क्योंकि एक से दूसरे जिले के तबादले में उन्हें लाभ नहीं मिला। लेकिन विभाग में इन प्रक्रियाओं की गाड़ी हिचकोले खाते हुए चल रही है। ऐसे में शिक्षक मानसिक रूप से काफी परेशान हैं वहीं, स्कूलों में इससे पठन-पाठन भी प्रभावित हो रहा है।


एक नंबर के अभ्यर्थी 25 दिन से धरने पर

प्राथमिक विद्यालयों में तैनाती पाए शिक्षक ही नहीं यहां तैनाती के लिए प्रयास कर रहे भावी शिक्षक भी परेशान हैं। 69000 शिक्षक भर्ती में एक नंबर से नियुक्ति पाने से वंचित लगभग 1200 अभ्यर्थी ईको गार्डन में 25 दिन से धरना दे रहे हैं। इनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने दस माह पहले नौ नवंबर 2022 को एक अंक बढ़ाने के लिए निर्देश दिए थे। परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने भी इसके लिए अर्ह अभ्यर्थियों की सूची बेसिक शिक्षा विभाग को भेज दी है। लेकिन विभाग इस पर कार्यवाही नहीं कर रहा है। ऐसे में वे नियुक्ति के लिए भटक रहे हैं।

69000 शिक्षक भर्ती का आरक्षण मामला कोर्ट में

69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण का मामला काफी दिनों से हाईकोर्ट में चल रहा है। इसमें न्याय की उम्मीद लगाए भावी शिक्षक भी परेशान हैं। विभाग यहां भी अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं कर पा रहा है। वहीं, हाल में हुए एक से दूसरे जिले में तबादला पाए 69000 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों की सांसे भी अटकी हैं। पहले तो विभाग ने उन्हें कार्यमुक्त करने से रोक दिया, विरोध-प्रदर्शन के बाद उन्हें कार्यमुक्त करने का निर्णय लिया है। किंतु अभी उनका अलग से डाटा तैयार किया जा रहा है।



शिक्षकों को नहीं होने देंगे कोई दिक्कत

एक से दूसरे जिले में तबादला पाए शिक्षको के स्कूल आवंटन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जल्द स्कूल आवंटन हो जाएगा। शिक्षकों के रुके वेतन भी जल्द जारी करवाएंगे। एकल स्कूलों में तबादले से अगर दिक्कत है तो इसे दिखवाएंगे। पदोन्नति की प्रक्रिया भी जल्द पूरी कराई जाएगी। जिले के अंदर परस्पर तबादले के आवेदन ले लिए गए हैं, लेकिन बीच सत्र तबादले से पढ़ाई प्रभावित होगी इसलिए इसे आगे छुट्टी में किया जाएगा। शिक्षकों को कोई दिक्कत नहीं होने देंगे। उन्हें पठन-पाठन के लिए बेहतर माहौल व सुविधाएं देंगे। संदीप सिंह, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

इसी सप्ताह शुरू होगी स्कूल आवंटन प्रक्रिया

शिक्षकों से जुड़ी सभी प्रक्रिया को पूरी करने के लिए विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर इसे निर्धारित समय में पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। स्कूल आवंटन की प्रक्रिया इसी सप्ताह शुरू हो जाएगी और इसके साथ ही वेतन भी जारी करने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। इसके बाद पदोन्नति की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। एक से दूसरे जिले में परस्पर तबादले के लिए आवेदन लिए जा रहे हैं, इसके लिए भी जल्द निर्णय लिया जाएगा। शिक्षकों की संख्या और डाटा काफी बड़ा होने के कारण थोड़ा समय लग रहा है। सभी प्रक्रिया को जल्दी से पूरा कर पठन-पाठन सामान्य किया जाएगा। विजय किरन आनंद, महानिदेशक, स्कूल शिक्षा





source http://www.primarykamaster.in/2023/09/blog-post_82.html

Comments

Popular posts from this blog

प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना काल में माह अप्रैल से 16 मई 2021 तक मृत 1621 शिक्षक-कर्मचारी की सूची की जारी

प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना काल में माह अप्रैल से 16 मई 2021 तक मृत 1621 शिक्षक-कर्मचारी की सूची की जारी   source http://www.primarykamaster.in/2021/05/16-2021-1621.html

अयोध्या : परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा स्थगित, शासनादेश के विरुद्ध बताते हुए शिक्षक संघ द्वारा परीक्षा के औचित्य पर उठाया गया था सवाल

अयोध्या : परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा स्थगित, शासनादेश के विरुद्ध बताते हुए शिक्षक संघ द्वारा परीक्षा के औचित्य पर उठाया गया था सवाल ● जिलाधिकारी के निर्णय के बाद परीक्षा स्थगित ● परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा के औचित्य पर उठाया सवाल ● प्राथमिक शिक्षक संघ ने जिलाधिकारी से की मुलाकात ● शासनादेश का अनुपालन कराए जाने की डीएम से मांग उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष व प्रांतीय ऑडिटर नीलमणि त्रिपाठी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला अधिकारी से मिलकर 30 दिसंबर को आयोजित की जाने वाली परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा के औचित्य पर सवाल उठाया है। फिलहाल जिलाधिकारी ने प्रकरण को गंभीरता से लेकर सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन दिया है। संघ ने इस सम्बंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी ज्ञापन सौंपा है। जिलाध्यक्ष श्री त्रिपाठी ने बताया कि आधारशिला ध्यानाकर्षण एवं शिक्षण संग्रह मॉड्यूल पर क्विज प्रतियोगिता आयोजित किए जाने का मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिया है। प्रतियोगिता ऐच्छिक होती है बाध्यकारी नहीं। बावजूद इसके जनपद में परिषदीय शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अन...

जीआईसी प्रवक्ता : 10 माह बाद भी नहीं हुई नियुक्ति, देरी का खामियाजा भुगतेंगे अभ्य्धी, वरिष्ठता का नहीं मिलेगा लाभ

प्रयागराज। राजकीय इंटर कॉलेज में प्रवक्ता के लिए 2014-15 में घोषित पदों पर पांच वर्ष बाद इस साल फरवरी-मार्च में रिजल्ट तो जारी हो गया लेकिन चयन के बाद भी अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं मिल सकी है। उप मुख्यमंत्री के निर्देश पर नियुक्ति के लिए प्रक्रिया तो शुरू हुई परंतु बीच वह भी अधर में फंस गई है। जबकि 22 दिसंबर को ही नियुक्ति पत्र मिल जाना चाहिए था । इस साल के खत्म होने में सिर्फ पांच दिन ही शेष बचे हैं। बाकी बचे चार दिनों में भी अगर नियुक्ति नहीं होती है तो पांच वर्ष से भर्ती का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों को एक वर्ष की वरिष्ठता का नुकसान उठाना होगा। राजकीय इंटर कॉलेजों में प्रवक्ता पदों पर चयनित 298 अभ्यर्थियों ने आठ से 15 दिसंबर के बीच नियुक्ति के लिए खुले पोर्टल पर ऑनलाइन कॉलेज लॉक किया। अभ्यर्थियों का कहना है कि माध्यमिक सचिव की ओर से 22 दिसंबर को नियुक्ति पत्र देने की बात कही गई थी। source http://www.primarykamaster.in/2020/12/10_27.html