Skip to main content

सवा दो साल पहले हुए रिटायर, लेकिन अभी पेंशन का पता नहीं

सवा दो साल पहले हुए रिटायर, लेकिन अभी पेंशन का पता नहीं


प्रयागराज : केस वन: गोपाल इंटर कॉलेज कोरांव के सहायक अध्यापक पीर अली और नंद किशोर इंटर कॉलेज सोहगौरा के प्रधानाचार्य डॉ. आत्मदेव मिश्र 31 मार्च 2020 को सेवानिवृत हुए। दोनों को सेवानिवृत्त हुए सवा दो साल से अधिक बीत चुका है लेकिन न तो एनपीएस खाते में जमा राशि का 60 प्रतिशत भुगतान हुआ और न पेंशन बन सकी।



केस टू: नेशनल इंटर कॉलेज हंडिया के प्रवक्ता तेज बहादुर पटेल, कर्नलगंज इंटर कॉलेज के सहायक अध्यापक विक्रमाजीत सिंह और ईश्वरदीन छेदीलाल इंटर कॉलेज जसरा के परिचारक भोलानाथ 31 मार्च 2021 को सेवानिवृत्त हुए। सवा साल बाद भी इन्हें पेंशन और जमा राशि के 60 फीसदी भुगतान का इंतजार है।

राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) से आच्छादित सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक-कर्मचारी सेवानिवृत्ति के बाद भी पेंशन नहीं पा सके हैं। अफसरों की लापरवाही से एक अप्रैल 2005 को एनपीएस लागू होने के 11 साल बाद मई 2016 या इसके बाद कटौती शुरू हो सकी। इनके परमानेंट रिटायरमेंट अकाउंट नंबर (प्रान) में रुपये तो जमा हुए लेकिन भुगतान नहीं हो पा रहा।

शासन ने अप्रैल 2019 से नियोक्ता अंशदान की दर बढ़ाकर 14 प्रतिशत की थी। जबकि सॉफ्टवेयर में जुलाई 2019 से नियोक्ता अंशदान 14 प्रतिशत अपडेट किया गया। इस कारण अप्रैल से जून 2019 तक का बकाया चार प्रतिशत अंशदान संस्थाओं ने जमा नहीं कराया। इससे पेंशन निर्धारण से लेकर प्रान में जमा राशि के 60 प्रतिशत भुगतान तक की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ सकी।

40 प्रतिशत जमा राशि पर बनती है पेंशन: एनपीएस के तहत शिक्षकों व कर्मचारियों की पेंशन का निर्धारण खाते में जमा 40 प्रतिशत राशि पर ही होता है। 60 प्रतिशत का भुगतान सेवानिवृत्ति के समय हो जाता है।


यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि 80 हजार वेतन पाने वाले शिक्षकमात्र तीन से चार हजार रुपये पेंशन पाएंगे। इससे परिवार कैसे चल पाएगा। पुरानी पेंशन योजना ही बुढ़ापे की लाठी है।

-सुरेश कुमार त्रिपाठी, एमएलसी और विधान परिषद में नेता शिक्षक दल

सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी से अप्रैल से जून 2019 तक का अंशदान जमा नहीं हो पाया था। समस्या हल कर ली गई है। जल्द 60 प्रतिशत राशि का भुगतान और पेंशन का निर्धारण हो जाएगा।

-आरएन विश्वकर्मा, मंडलीय उप शिक्षा निदेशक


source http://www.primarykamaster.in/2022/07/blog-post_57.html

Comments

Popular posts from this blog

प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना काल में माह अप्रैल से 16 मई 2021 तक मृत 1621 शिक्षक-कर्मचारी की सूची की जारी

प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना काल में माह अप्रैल से 16 मई 2021 तक मृत 1621 शिक्षक-कर्मचारी की सूची की जारी   source http://www.primarykamaster.in/2021/05/16-2021-1621.html

अयोध्या : परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा स्थगित, शासनादेश के विरुद्ध बताते हुए शिक्षक संघ द्वारा परीक्षा के औचित्य पर उठाया गया था सवाल

अयोध्या : परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा स्थगित, शासनादेश के विरुद्ध बताते हुए शिक्षक संघ द्वारा परीक्षा के औचित्य पर उठाया गया था सवाल ● जिलाधिकारी के निर्णय के बाद परीक्षा स्थगित ● परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा के औचित्य पर उठाया सवाल ● प्राथमिक शिक्षक संघ ने जिलाधिकारी से की मुलाकात ● शासनादेश का अनुपालन कराए जाने की डीएम से मांग उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष व प्रांतीय ऑडिटर नीलमणि त्रिपाठी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला अधिकारी से मिलकर 30 दिसंबर को आयोजित की जाने वाली परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा के औचित्य पर सवाल उठाया है। फिलहाल जिलाधिकारी ने प्रकरण को गंभीरता से लेकर सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन दिया है। संघ ने इस सम्बंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी ज्ञापन सौंपा है। जिलाध्यक्ष श्री त्रिपाठी ने बताया कि आधारशिला ध्यानाकर्षण एवं शिक्षण संग्रह मॉड्यूल पर क्विज प्रतियोगिता आयोजित किए जाने का मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिया है। प्रतियोगिता ऐच्छिक होती है बाध्यकारी नहीं। बावजूद इसके जनपद में परिषदीय शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अन...

जीआईसी प्रवक्ता : 10 माह बाद भी नहीं हुई नियुक्ति, देरी का खामियाजा भुगतेंगे अभ्य्धी, वरिष्ठता का नहीं मिलेगा लाभ

प्रयागराज। राजकीय इंटर कॉलेज में प्रवक्ता के लिए 2014-15 में घोषित पदों पर पांच वर्ष बाद इस साल फरवरी-मार्च में रिजल्ट तो जारी हो गया लेकिन चयन के बाद भी अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं मिल सकी है। उप मुख्यमंत्री के निर्देश पर नियुक्ति के लिए प्रक्रिया तो शुरू हुई परंतु बीच वह भी अधर में फंस गई है। जबकि 22 दिसंबर को ही नियुक्ति पत्र मिल जाना चाहिए था । इस साल के खत्म होने में सिर्फ पांच दिन ही शेष बचे हैं। बाकी बचे चार दिनों में भी अगर नियुक्ति नहीं होती है तो पांच वर्ष से भर्ती का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों को एक वर्ष की वरिष्ठता का नुकसान उठाना होगा। राजकीय इंटर कॉलेजों में प्रवक्ता पदों पर चयनित 298 अभ्यर्थियों ने आठ से 15 दिसंबर के बीच नियुक्ति के लिए खुले पोर्टल पर ऑनलाइन कॉलेज लॉक किया। अभ्यर्थियों का कहना है कि माध्यमिक सचिव की ओर से 22 दिसंबर को नियुक्ति पत्र देने की बात कही गई थी। source http://www.primarykamaster.in/2020/12/10_27.html