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शिक्षा महकमे के अधिकारियों की पदोन्नति पर भारी ‘बड़ों’ की पसंद, कार्यवाहक अफ़सरों से चलाया जा रहा काम

शिक्षा महकमे के अधिकारियों की पदोन्नति पर भारी ‘बड़ों’ की पसंद, कार्यवाहक अफ़सरों से चलाया जा रहा काम


■ ’शिक्षा निदेशक को सेवा विस्तार देने की तैयारी, डीपीसी न होने से कार्यवाहकों की भरमार

■ अपर निदेशक, मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक व उप शिक्षा निदेशकों के कई पद खाली



लखनऊ : शिक्षा निदेशक माध्यमिक, निदेशक एससीईआरटी, सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड), सचिव बेसिक शिक्षा परिषद व सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी उप्र जैसे अहम पदों पर नियमित अफसर नहीं हैं। चहेते कार्यवाहक अफसरों से जैसे-तैसे काम चलाया जा रहा है। विभागीय पदोन्नति की लंबे समय से राह देखी जा रही है। अफसरों की कमी के बीच दो वरिष्ठ अधिकारी 31 अगस्त को सेवाकाल पूरा कर रहे हैं। इसमें शिक्षा निदेशक बेसिक डा.सर्वेद्र विक्रम बहादुर सिंह को सेवा विस्तार देने की तैयारी है।




वरिष्ठता पर ‘बड़ों’ की ‘पसंद’ भारी पड़ने से बेसिक से लेकर माध्यमिक शिक्षा तक में बड़े पदों पर नियमित अफसर नहीं हैं। निदेशक एससीईआरटी की अतिरिक्त जिम्मेदारी निदेशक बेसिक शिक्षा संभाल रहे हैं, जबकि निदेशक माध्यमिक शिक्षा का जिम्मा अपर निदेशक विनय कुमार पांडेय के पास है। निदेशक बेसिक शिक्षा डा.सिंह व निदेशक साक्षरता संजय सिन्हा 31 अगस्त को सेवाकाल पूरा कर रहे हैं। 


निदेशक के सभी पद खाली होने का असर विभागीय कामकाज पर पड़ेगा, इसलिए डा.सिंह को सेवा विस्तार मिल सकता है। उनकी पत्रवली भेजी जा चुकी है, आदेश होने का इंतजार है। विभाग में करीब छह अफसर निदेशक बनने की कतार में हैं। उन्हें डीपीसी यानी विभागीय पदोन्नति होने का इंतजार है। अपर निदेशक के 12 पद स्वीकृत हैं, जिसमें नौ पद खाली चल रहे हैं। मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक के कुल 21 पदों में से 15 खाली हैं।


उप शिक्षा निदेशक यानी डीडीआर व जिला विद्यालय निरीक्षक यानी डीआइओएस के स्वीकृत पदों में से लगभग 50 प्रतिशत खाली हैं। कहा जा रहा है कि अहम पदों पर पसंद के अफसरों को बैठाने में वरिष्ठता आड़े आती रही है, इसीलिए डीपीसी अटकी है। माध्यमिक, बेसिक व एससीईआरटी आदि संस्थानों में कार्यरत समूह क व ख संवर्ग के अफसरों की गोपनीय रिपोर्ट मांगी जा चुकी है।


इन्हें मिशन शक्ति की दरकार


दोनों विभागों की वरिष्ठता सूची में महिला अफसरों की संख्या सबसे अधिक है और वे भी अगले वर्षो में नियमित अंतराल पर सेवानिवृत्त होने वाली हैं। इनमें मंजू शर्मा, ललिता प्रदीप, कीर्ति गौतम, सरिता तिवारी, डा.अंजना गोयल, सुत्ता सिंह व गायत्री आदि शामिल हैं।



source http://www.primarykamaster.in/2021/08/blog-post_92.html

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