Skip to main content

बच्चों को इंटरनेट सुरक्षा का पाठ पढ़ाएगा Google, कॉमिक बुक के जरिये बच्चे बनेंगे होनहार

बच्चों को इंटरनेट सुरक्षा का पाठ पढ़ाएगा Google, कॉमिक बुक के जरिये बच्चे बनेंगे होनहार



गूगल ने बुधवार को कामिक बुक ‘अमर चित्र कथा’ के प्रकाशक की साझीदारी से भारत में बच्चों के लिए अपने वैश्विक कार्यक्रम ‘बी इंटरनेट आसम’ की शुरुआत की। यह कार्यक्रम आठ भाषाओं में होगा और इसका मकसद बच्चों को इंटरनेट सुरक्षा के अहम पाठ पढ़ाना है। इंटरनेट पर यूजर्स की सुरक्षा बढ़ाने के अपने प्रयासों की तहत गूगल ने हाल में उन्नत बनाए गूगल सुरक्षा केंद्रों को भी शुरू किया।




‘बी इंटरनेट आसम’ अभियान में ‘इंटरलैंड’ नामक अत्यधिक दृश्यता और पारस्परिक संवाद का अनुभव शामिल है जहां बच्चे आनलाइन सुरक्षा की बुनियादी बातें सीख सकते हैं और मौज-मस्ती वाले व चुनौतीपूर्ण खेलों की श्रृंखला में हिस्सा ले सकते हैं। इस इंटरएक्टिविटी के जरिये बच्चे कीमती जानकारियों की सुरक्षा करना, साइबर बदमाशों से निपटना और फर्जी व वास्तविक की पहचान करना सीखेंगे। यह खेलनुमा पाठ्यक्रम कामिक बुक अमर चित्र कथा की आठ भारतीय भाषाओं में लोकप्रिय श्रृंखलाओं में भी आएंगे।


हंिदूी, मराठी, मलयालम, कन्नड़ और तेलुगु में शुरू किया गया नव-विस्तारित सेफ्टी सेंटर डाटा सिक्यूरिटी, प्राइवेसी कंट्रोल्स और आनलाइन प्रोटेक्शंस जैसे अहम विषय पर एक केंद्र के रूप में काम करेगा। इसे साल के आखिर तक बंगाली, तमिल और गुजराती में भी शुरू किया जाएगा।


कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गूगल के वाइस प्रेसीडेंट और चीफ इंटरनेट इवेंजलिस्ट ¨वट सेर्फ ने कहा कि आज जिस तरह इंटरनेट का इस्तेमाल किया जा रहा है वह उनके सभी शुरुआती अनुमानों से कहीं ज्यादा है। सेर्फ को इंटरनेट का जनक माना जाता है। वहीं, गूगल इंडिया के कंट्री मैनेजर और वाइस प्रेसीडेंट संजय गुप्ता ने वचरुअल ब्री¨फग में कहा कि जैसे-जैसे तकनीक की पहुंच बढ़ी है, गलत लोगों के लिए बाधाएं भी घटी हैं, इसलिए भरोसा बढ़ाने का काम भी साथ-साथ चलना चाहिए। हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि हमारे बच्चे सुरक्षित रूप से इंटरनेट के जरिये दुनिया को जानना-समझना जारी रखें।


● ‘बी इंटरनेट आसम’ कार्यक्रम भारत में लांच, आठ भाषाओं में होगी ट्रेनिंग

● मौज-मस्ती वाले और चुनौतीपूर्ण खेलों में हिस्सा ले सकते हैं बच्चे



source http://www.primarykamaster.in/2021/08/google.html

Comments

Popular posts from this blog

प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना काल में माह अप्रैल से 16 मई 2021 तक मृत 1621 शिक्षक-कर्मचारी की सूची की जारी

प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना काल में माह अप्रैल से 16 मई 2021 तक मृत 1621 शिक्षक-कर्मचारी की सूची की जारी   source http://www.primarykamaster.in/2021/05/16-2021-1621.html

अयोध्या : परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा स्थगित, शासनादेश के विरुद्ध बताते हुए शिक्षक संघ द्वारा परीक्षा के औचित्य पर उठाया गया था सवाल

अयोध्या : परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा स्थगित, शासनादेश के विरुद्ध बताते हुए शिक्षक संघ द्वारा परीक्षा के औचित्य पर उठाया गया था सवाल ● जिलाधिकारी के निर्णय के बाद परीक्षा स्थगित ● परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा के औचित्य पर उठाया सवाल ● प्राथमिक शिक्षक संघ ने जिलाधिकारी से की मुलाकात ● शासनादेश का अनुपालन कराए जाने की डीएम से मांग उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष व प्रांतीय ऑडिटर नीलमणि त्रिपाठी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला अधिकारी से मिलकर 30 दिसंबर को आयोजित की जाने वाली परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा के औचित्य पर सवाल उठाया है। फिलहाल जिलाधिकारी ने प्रकरण को गंभीरता से लेकर सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन दिया है। संघ ने इस सम्बंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी ज्ञापन सौंपा है। जिलाध्यक्ष श्री त्रिपाठी ने बताया कि आधारशिला ध्यानाकर्षण एवं शिक्षण संग्रह मॉड्यूल पर क्विज प्रतियोगिता आयोजित किए जाने का मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिया है। प्रतियोगिता ऐच्छिक होती है बाध्यकारी नहीं। बावजूद इसके जनपद में परिषदीय शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अन...

जीआईसी प्रवक्ता : 10 माह बाद भी नहीं हुई नियुक्ति, देरी का खामियाजा भुगतेंगे अभ्य्धी, वरिष्ठता का नहीं मिलेगा लाभ

प्रयागराज। राजकीय इंटर कॉलेज में प्रवक्ता के लिए 2014-15 में घोषित पदों पर पांच वर्ष बाद इस साल फरवरी-मार्च में रिजल्ट तो जारी हो गया लेकिन चयन के बाद भी अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं मिल सकी है। उप मुख्यमंत्री के निर्देश पर नियुक्ति के लिए प्रक्रिया तो शुरू हुई परंतु बीच वह भी अधर में फंस गई है। जबकि 22 दिसंबर को ही नियुक्ति पत्र मिल जाना चाहिए था । इस साल के खत्म होने में सिर्फ पांच दिन ही शेष बचे हैं। बाकी बचे चार दिनों में भी अगर नियुक्ति नहीं होती है तो पांच वर्ष से भर्ती का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों को एक वर्ष की वरिष्ठता का नुकसान उठाना होगा। राजकीय इंटर कॉलेजों में प्रवक्ता पदों पर चयनित 298 अभ्यर्थियों ने आठ से 15 दिसंबर के बीच नियुक्ति के लिए खुले पोर्टल पर ऑनलाइन कॉलेज लॉक किया। अभ्यर्थियों का कहना है कि माध्यमिक सचिव की ओर से 22 दिसंबर को नियुक्ति पत्र देने की बात कही गई थी। source http://www.primarykamaster.in/2020/12/10_27.html