Skip to main content

विभागीय योजनाओं की समीक्षा में बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री ने दिया जोर, शिक्षकों की जल्द हो पदोन्नति

विभागीय योजनाओं की समीक्षा में बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री ने दिया जोर,  शिक्षकों की जल्द हो पदोन्नति


लखनऊ : प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. सतीश चन्द्र द्विवेदी ने विभागीय अधिकारियों को शिक्षकों की पदोन्नति शीघ्र करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही टीईटी परीक्षा के लिए कड़े सुरक्षा प्रबंधों समेत सभी जरूरी तैयारियां करने पर जोर दिया है।



डॉ. द्विवेदी बुधवार को बापू भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में विभागीय अधिकारियों के साथ विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विभाग में संचालित योजनाओं का क्रियान्वयन सही ढंग से किया जाए। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि नि:शुल्क वितरित की जाने वाली यूनिफॉर्म, जूता-मोजा, स्वेटर एवं स्कूल बैग के सापेक्ष धनराशि डीबीटी के माध्यम से छात्र-छात्राओं के माता-पिता या अभिभावक के खाते में भेजे जाने का कार्य उच्च प्राथमिकता का है।


 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के उच्चीकरण के संबंध में उन्होंने भवन निर्माण कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। टीईटी के संबंध में उन्होंने ध्यान रखने की हिदायत दी कि अभ्यर्थियों को केंद्र पर असुविधा न होने पाए।


स्मार्ट क्लास के संचालन की कार्रवाई जल्द पूरी हो

डॉ. सतीश चन्द्र द्विवेदी ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न विद्यालयों में स्मार्ट क्लास संचालित किए जाने के संबंध में आवश्यक कार्रवाई जल्द पूरी करने का निर्देश दिया। बैठक में प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा दीपक कुमार, सचिव बेसिक शिक्षा अनामिका सिंह, विशेष सचिव बेसिक शिक्षा आरवी सिंह, निदेशक बेसिक शिक्षा सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर सिंह, सचिव बेसिक शिक्षा परिषद प्रताप सिंह बघेल व अपर निदेशक बेसिक शिक्षा ललिता प्रदीप सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।


source http://www.primarykamaster.in/2021/10/blog-post_28.html

Comments

Popular posts from this blog

प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना काल में माह अप्रैल से 16 मई 2021 तक मृत 1621 शिक्षक-कर्मचारी की सूची की जारी

प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना काल में माह अप्रैल से 16 मई 2021 तक मृत 1621 शिक्षक-कर्मचारी की सूची की जारी   source http://www.primarykamaster.in/2021/05/16-2021-1621.html

अयोध्या : परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा स्थगित, शासनादेश के विरुद्ध बताते हुए शिक्षक संघ द्वारा परीक्षा के औचित्य पर उठाया गया था सवाल

अयोध्या : परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा स्थगित, शासनादेश के विरुद्ध बताते हुए शिक्षक संघ द्वारा परीक्षा के औचित्य पर उठाया गया था सवाल ● जिलाधिकारी के निर्णय के बाद परीक्षा स्थगित ● परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा के औचित्य पर उठाया सवाल ● प्राथमिक शिक्षक संघ ने जिलाधिकारी से की मुलाकात ● शासनादेश का अनुपालन कराए जाने की डीएम से मांग उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष व प्रांतीय ऑडिटर नीलमणि त्रिपाठी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला अधिकारी से मिलकर 30 दिसंबर को आयोजित की जाने वाली परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा के औचित्य पर सवाल उठाया है। फिलहाल जिलाधिकारी ने प्रकरण को गंभीरता से लेकर सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन दिया है। संघ ने इस सम्बंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी ज्ञापन सौंपा है। जिलाध्यक्ष श्री त्रिपाठी ने बताया कि आधारशिला ध्यानाकर्षण एवं शिक्षण संग्रह मॉड्यूल पर क्विज प्रतियोगिता आयोजित किए जाने का मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिया है। प्रतियोगिता ऐच्छिक होती है बाध्यकारी नहीं। बावजूद इसके जनपद में परिषदीय शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अन...

जीआईसी प्रवक्ता : 10 माह बाद भी नहीं हुई नियुक्ति, देरी का खामियाजा भुगतेंगे अभ्य्धी, वरिष्ठता का नहीं मिलेगा लाभ

प्रयागराज। राजकीय इंटर कॉलेज में प्रवक्ता के लिए 2014-15 में घोषित पदों पर पांच वर्ष बाद इस साल फरवरी-मार्च में रिजल्ट तो जारी हो गया लेकिन चयन के बाद भी अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं मिल सकी है। उप मुख्यमंत्री के निर्देश पर नियुक्ति के लिए प्रक्रिया तो शुरू हुई परंतु बीच वह भी अधर में फंस गई है। जबकि 22 दिसंबर को ही नियुक्ति पत्र मिल जाना चाहिए था । इस साल के खत्म होने में सिर्फ पांच दिन ही शेष बचे हैं। बाकी बचे चार दिनों में भी अगर नियुक्ति नहीं होती है तो पांच वर्ष से भर्ती का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों को एक वर्ष की वरिष्ठता का नुकसान उठाना होगा। राजकीय इंटर कॉलेजों में प्रवक्ता पदों पर चयनित 298 अभ्यर्थियों ने आठ से 15 दिसंबर के बीच नियुक्ति के लिए खुले पोर्टल पर ऑनलाइन कॉलेज लॉक किया। अभ्यर्थियों का कहना है कि माध्यमिक सचिव की ओर से 22 दिसंबर को नियुक्ति पत्र देने की बात कही गई थी। source http://www.primarykamaster.in/2020/12/10_27.html