Skip to main content

30 हजार विद्यार्थियों की शुल्क भरपाई फंसी, खाता संबंधी खामियों के चलते नहीं हो पाया केंद्रांश का भुगतान

30 हजार विद्यार्थियों की शुल्क भरपाई फंसी, खाता संबंधी खामियों के चलते नहीं हो पाया केंद्रांश का भुगतान

◆ समस्या के समाधान के लिए केंद्रीय मंत्रालय ने कल दिल्ली में बुलाई बैठक



लखनऊ : यूपी के 30 हजार विद्यार्थियों की शुल्क भरपाई फंस गई है। इन्हें पिछले सत्र में भुगतान किया जाना था लेकिन अभी तक इनके खातों में केंद्रांश नहीं पहुंचा है। पहले इस समस्या का कारण खातों का सत्यापन न होना बताया जा रहा था। अब जब इन्हें सत्यापित कर लिया गया है तो खाते चालू न होने से राशि नहीं जा पा रही है। इस तरह की समस्याओं के स्थायी समाधान के लिए केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्रालय ने 8 सितंबर को दिल्ली में एक बैठक बुलाई है। जिन विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति और शुल्क भरपाई की राशि फंसी है, वे सभी अनुसूचित जाति के हैं। वित्त वर्ष 2021-22 में 31 मार्च तक दो लाख विद्यार्थियों के खातों में केंद्रांश नहीं भेजा गया जबकि राज्यांश का भुगतान हो चुका था । इस मामले में केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय से संपर्क किया गया तो 1.70 लाख विद्यार्थियों को केंद्रांश का भुगतान हो गया। इसके बावजूद 30 हजार विद्यार्थियों को अभी तक भुगतान नहीं हो पाया है।

समाज कल्याण विभाग का कहना है कि इन विद्यार्थियों के खातों के संचालन में दिक्कत आ रही है। इसके चलते डीबीटी के माध्यम से राशि ट्रांसफर नहीं हो पा रही है। इस तरह की दिक्कतें अन्य राज्यों में भी आ रही हैं। इसलिए भुगतान में देरी हुई है। इन समस्याओं के समाधान के लिए 8 सितंबर को दिल्ली में होने वाली बैठक में विचार-विमर्श किया जाएगा। जिससे भविष्य में इस तरह की दिक्कतों को आसानी से हल किया जा सके।


source http://www.primarykamaster.in/2022/09/30.html

Comments

Popular posts from this blog

प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना काल में माह अप्रैल से 16 मई 2021 तक मृत 1621 शिक्षक-कर्मचारी की सूची की जारी

प्राथमिक शिक्षक संघ ने कोरोना काल में माह अप्रैल से 16 मई 2021 तक मृत 1621 शिक्षक-कर्मचारी की सूची की जारी   source http://www.primarykamaster.in/2021/05/16-2021-1621.html

अयोध्या : परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा स्थगित, शासनादेश के विरुद्ध बताते हुए शिक्षक संघ द्वारा परीक्षा के औचित्य पर उठाया गया था सवाल

अयोध्या : परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा स्थगित, शासनादेश के विरुद्ध बताते हुए शिक्षक संघ द्वारा परीक्षा के औचित्य पर उठाया गया था सवाल ● जिलाधिकारी के निर्णय के बाद परीक्षा स्थगित ● परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा के औचित्य पर उठाया सवाल ● प्राथमिक शिक्षक संघ ने जिलाधिकारी से की मुलाकात ● शासनादेश का अनुपालन कराए जाने की डीएम से मांग उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष व प्रांतीय ऑडिटर नीलमणि त्रिपाठी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला अधिकारी से मिलकर 30 दिसंबर को आयोजित की जाने वाली परिषदीय शिक्षकों की परीक्षा के औचित्य पर सवाल उठाया है। फिलहाल जिलाधिकारी ने प्रकरण को गंभीरता से लेकर सकारात्मक निर्णय लेने का आश्वासन दिया है। संघ ने इस सम्बंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी ज्ञापन सौंपा है। जिलाध्यक्ष श्री त्रिपाठी ने बताया कि आधारशिला ध्यानाकर्षण एवं शिक्षण संग्रह मॉड्यूल पर क्विज प्रतियोगिता आयोजित किए जाने का मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिया है। प्रतियोगिता ऐच्छिक होती है बाध्यकारी नहीं। बावजूद इसके जनपद में परिषदीय शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अन...

जीआईसी प्रवक्ता : 10 माह बाद भी नहीं हुई नियुक्ति, देरी का खामियाजा भुगतेंगे अभ्य्धी, वरिष्ठता का नहीं मिलेगा लाभ

प्रयागराज। राजकीय इंटर कॉलेज में प्रवक्ता के लिए 2014-15 में घोषित पदों पर पांच वर्ष बाद इस साल फरवरी-मार्च में रिजल्ट तो जारी हो गया लेकिन चयन के बाद भी अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं मिल सकी है। उप मुख्यमंत्री के निर्देश पर नियुक्ति के लिए प्रक्रिया तो शुरू हुई परंतु बीच वह भी अधर में फंस गई है। जबकि 22 दिसंबर को ही नियुक्ति पत्र मिल जाना चाहिए था । इस साल के खत्म होने में सिर्फ पांच दिन ही शेष बचे हैं। बाकी बचे चार दिनों में भी अगर नियुक्ति नहीं होती है तो पांच वर्ष से भर्ती का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों को एक वर्ष की वरिष्ठता का नुकसान उठाना होगा। राजकीय इंटर कॉलेजों में प्रवक्ता पदों पर चयनित 298 अभ्यर्थियों ने आठ से 15 दिसंबर के बीच नियुक्ति के लिए खुले पोर्टल पर ऑनलाइन कॉलेज लॉक किया। अभ्यर्थियों का कहना है कि माध्यमिक सचिव की ओर से 22 दिसंबर को नियुक्ति पत्र देने की बात कही गई थी। source http://www.primarykamaster.in/2020/12/10_27.html